आज के इस लेख में हम आपको मनरेगा योजना से जुड़ी सारी जानकारी देंगे आज हम आपको यह बताएंगे कि आप मनरेगा योजना में कैसे आवेदन कर सकते हैं, मनरेगा योजना जॉब कार्ड लिस्ट कैसे देख सकते हैं , मनरेगा जॉब कार्ड लिस्ट को कैसे डाउनलोड कर सकते है , मनरेगा जॉब कार्ड के लाभ क्या-क्या है l
महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना
योजना का नाम | महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (MGNREGA YOJANA) |
शुरू कौन किया | केंद्र सरकार द्वारा l |
लाभार्थी | सभी राज्यों के नरेगा जॉब कार्ड धारक l |
विभाग | भारत के ग्रामीण विभाग सरकार का मंत्रालय l |
ऑफिसियल वेबसाइट | https://nrega.nic.in/netnrega/home.aspx |
भारत की 70 फ़ीसदी से अधिक जनसंख्या ग्रामीण इलाके में रहती है लेकिन ग्रामीण इलाकों में रोजगार की कमी के चलते वहां के लोग शहरों की तरफ पलायन करने को मजबूर हो जाते हैं।
इस पलायन को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने नरेगा नाम की एक योजना लागू करी थी जिसके माध्यम से ग्रामीण इलाके में ही लोगों को उनके घर के पास की रोजगार मिल सके।
मनरेगा जॉब नई घोषणा 2020
26 मार्च 2020 को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने घोषणा करी थी कि मनरेगा के तहत मजदूरों के वेतन में औसतन ₹2000 की वृद्धि करी जाएगी। इस दौरान उन्होंने 3 करोड़ वृद्धजनों विधवाओं और विकलांगों के लिए 1000-1000 रुपए की दो एकमुश्त राशि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के माध्यम से 3 महीनों की अवधि में प्रदान करने की घोषणा करी थी।
यह घोषणा कोविड-19 महामारी से होने वाले नुकसान को मध्य नजर रखते हुए करी गई थी। इस दौरान उन्होंने 31,000 करोड़ रुपए आर्थिक रूप से प्रभावित लोगों के लिए स्क्रीनिंग, चिकित्सा उपकरणों, जरूरी स्वास्थ्य सेवाओं को सुचारू रूप से चलाने के लिए जारी करे थे।
मनरेगा की शुरुआत, उसका पूरा नाम और नाम में परिवर्तन l
भारतीय संसद ने राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम को 23 अगस्त 2005 में पारित किया था जिसको 2 फरवरी 2006 को पूरे देश भर में लागू कर दिया गया। 2 अक्टूबर 2009 में राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम 2005 में संशोधन करके नरेगा का नाम मनरेगा कर दिया गया था। संविधान के सेक्शन1(1) मे संशोधन करके राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम का नाम बदलकर महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी कर दिया गया था।
इस अधिनियम को सबसे पहले 1991 में पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव ने संसद में पेश किया था जिसे आखिरकार 2 फरवरी 2006 को पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह कि सरकार ने देश में लागू किया था।
सबसे पहले इस योजना की शुरुआत आंध्र प्रदेश के बांदा वाली जिले के अनंतपुर गांव में करी गई थी जिसके बाद इसे भारत के 200 जिलों में लागू कर दिया गया। 1 अप्रैल 2008 को इस योजना को पूरे भारत वर्ष में लागू कर दिया गया।
सरकार ने इस योजना को दुनिया की सबसे बड़ी और महत्वाकांक्षी रोजगार देने वाली योजना के रूप में पेश किया। 2014 में वर्ल्ड बैंक ने अपनी रिपोर्ट में इस योजना को ग्रामीण विकास का एक बेहतरीन नमूना करार दिया था।
मनरेगा को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण इलाको में हर साल 100 दिन का रोजगार प्रदान करके लोगों की आजीविका को बढ़ाने का था, इस योजना के तहत प्रत्येक आवेदक को ₹220 मेहनताना के तौर पर हर दिन दिए जाते हैं। यह योजना उन सभी व्यस्को के लिए है जो अपनी इच्छा से अकुशल काम करने के लिए तैयार हैं।
मनरेगा का एक अन्य उद्देश्य टिकाऊ संपत्ति का निर्माण करना है जिनमें सड़क, नहर तालाब, कुएं आदि प्रमुख हैं। इस योजना के तहत आवेदक को उसके घर के 5 किलोमीटर के भीतर ही रोजगार देना आवश्यक है साथ ही उस काम के लिए उसे न्यूनतम मजदूरी भी दी जानी चाहिए।
यदि सरकार आवेदक को उसके द्वारा किए गए आवेदन के 15 दिनों के भीतर काम नहीं देती है तो वह बेरोजगारी भत्ते का हकदार माना जाएगा। यानी अगर सरकार जरूरतमंदों को रोजगार देने में असफल रहती है तो उन सभी लोगों को सरकार की तरफ से बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा इसलिए मनरेगा के तहत रोजगार देना सरकार का एक कानूनी अधिकार है।
मनरेगा योजना का लाभ
- मनरेगा कानूनी गारंटी के अनुसार रोजगार प्रदान करता है। इस योजना में मांग के बाद भी काम ना मिलने या वेतन में हुई देरी के बाद मुआवजे का कानूनी प्रावधान है।
- यह योजना ग्रामीण इलाको में लोगों को अपने घर के 5 किलोमीटर के भीतर पूरे साल भर में 100 दिन रोजगार देने की गारंटी प्रदान करती है।
- यह योजना मांग संचालित योजना है जहां मांग के अनुसार ही काम को किया जाता है।
- मनरेगा का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण इलाकों में हर एक घर से वयस्कों को कम से कम हर साल 100 दिन का रोजगार देना था जिससे वह अपनी आजीविका को सही ढंग से चला सके।
- मनरेगा को ग्राम पंचायत के जरिए ग्रामीण इलाके में लागू करवाया जाता है। इसे लागू करवाने के लिए बिचौलिए के इस्तेमाल पर सख्त प्रतिबंध है। इस योजना के माध्यम से जल संचयन, बाढ़ नियंत्रण, सूखे के बचाव में होने वाले श्रम गहन कार्यों को कराया जाता है।
- आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने और ग्रामीण इलाकों के विकास के अलावा मनरेगा का इस्तेमाल पर्यावरण की रक्षा करने के लिए भी किया जाता है।
- इस योजना के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं को मजबूत बनाने ग्रामीण इलाके से शहर की तरफ पलायन को रोकने और सामाजिक निष्पक्षता को बढ़ावा देने मे किया जाता है।
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नरेगा जॉब कार्ड के लिये आवेदन कैसे करे l
मनरेगा जॉब कार्ड बनवाने के लिए आपको अपने स्थानीय ग्राम पंचायत में जाना होगा वहां आपको एक फॉर्म दिया जाएगा l इस फॉर्म को भरकर आप अपना मनरेगा जॉब कार्ड ले सकते हैं l
नोट : नरेगा कार्ड अभी आनलाइन अप्लाई नहीं हो रहा हैं l बनवाने के लिए अपने प्रधान से संपर्क करे या अपने ब्लाक अधिकारी से संपर्क करे l
आवेदन लिखित रूप में दिया जाना चाहिए और इसमें रोजगार कार्ड की पंजीकरण संख्या, जिस तारीख से रोजगार की आवश्यकता है और रोजगार के आवश्यक दिनों की संख्या को शामिल करना चाहिए। इस आवेदन में घर के उन वयस्क सदस्यों का नाम, जो अकुशल शारीरिक श्रम करने को तैयार हैं, भी शामिल करना चाहिए और उनकी उम्र, लिंग और अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के स्तर का विवरण भी दर्ज करना चाहिए।
- एक जॉब कार्ड प्रत्येक परिवार के लिए मान्य होता है। जॉब कार्ड में मुख्य रूप से परिवार के सभी सदस्यों के नाम और फोटो होती है।
- यह जॉब कार्ड आवेदक को महात्मा गांधी नेशनल रूरल एंप्लॉयमेंट गारंटी एक्ट के तहत राइट टू वर्क की अनुमति देता है।
- आवेदन करने के 15 दिन बाद आवेदक को जॉब कार्ड जारी कर दिया जाता है।
- किसी और व्यक्ति का जॉब कार्ड इस्तेमाल करके उसकी जगह काम करने का प्रावधान इस योजना में नहीं है।
नरेगा जॉब कार्ड 2020 के लाभ
- नरेगा जॉब कार्ड योजना से कई गरीब परिवारों को रोजगार मिलता है। जिससे की वे अपनी आर्थिक स्थिति सुधार सके।
- इस योजना के अंतर्गत ग्रामीण और शहरी लोगो को रखा गया है।
- भारत में कोई भी बेरोजगार व्यक्ति न हो।
- इस योजना में हर राज्य के नागरिको को संम्मिलित किया गया है। जो मानदंड को पूरा कर सके।
मनरेगा में सत्यापन की प्रक्रिया l
इस योजना में सत्यापन स्थानीय ग्राम पंचायत द्वारा किया जाता है।
इस योजना में सत्यापन मुख्य तौर पर इन आधार पर किया जाता है:
- घर से जिस व्यक्ति ने इस योजना के तहत आवेदन किया हो वह व्यस्क होना चाहिए।
- आवेदक के पास स्थानीय मूल निवास का होना आवश्यक है।
- कोई महिला जो अकेली रहती हो उसे भी इस योजना के दायरे में रखा गया है।
- पंजीकरण और सत्यापन के दौरान किसी भी भेदभाव की नीति का पालन नहीं किया जाता है।
- सत्यापन के बाद आवेदक को उसका जॉब कार्ड दे दिया जाता है।
नरेगा जॉब कार्ड लिस्ट 2020 NREGA List
नरेगा जॉब कार्ड लिस्ट 2020: मनरेगा जॉब कार्ड सूची (देश भर में सभी 34 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों सहित) योजना की सारी जानकारी आधिकारिक वेबसाइट पर 2009-2010 से लेकर 2020-2021 तक उपलब्ध है।
नीचे हम आपको सभी राज्यों की लिस्ट दे रहे हैं आप जिस भी राज्य में रहते हैं आप उस पर क्लिक करके वहां मांगी गई कुछ निजी जानकारी भरकर अपने और अपने रिश्तेदारों का नाम सूची में देख सकते हैं l
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महात्मा गाँधी नरेगा योजना 2020 जॉब कार्ड लिस्ट कैसे डाउनलोड करें l
चलिए हम जान लेते हैं की महात्मा गांधी नरेगा जॉब कार्ड लिस्ट में आप अपना कैसे नाम देख सकते हैं और कैसे आप अपने जॉब कार्ड को डाउनलोड कर सकते हैं l निचे हम आपको चरणबद्ध विधि बता रहे हैं आप हमारे दिए हुए स्टेप्स फॉलो कर सकते हैं
सर्वप्रथम आपको MGNREGA की Official Website पर जाना होगा l ऑफिसियल वेबसाइट पर जाने के बाद आपके सामने होम पेज खुल जायेगा l
इस होम पेज पर आपको Transparency & Accountability का एक ऑप्शन दिखाई देगा | आपको उसमे Job Card ऑप्शन पर क्लिक करना होगा l
ऑप्शन पर क्लिक करने के बाद आपके सामने अगला पेज खुल जायेगा l इस पेज पर आपको भारत से सभी राज्यों के नाम आ जायेगे | आपको जिस भी प्रदेश की सूची देखनी है उस पर क्लिक करे l
क्लिक करने के बाद आपको अगले पेज पर कुछ जानकारी भरनी होगी | जैसे financial year, district block,पंचायत आदि का चयन करना होगा | सभी जानकारी भरने के बाद आपको Proceed के बटन पर क्लिक करना होगा l
Proceed बटन पर क्लिक करने के बाद आपके समाने अगला पेज खुलेगा l इस पेज पर आपको Job Card number /Employed Registration के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा l
ऑप्शन पर क्लिक करने के बाद अब आपके सामने पूरी लिस्ट खुल जाएगी | इसके पश्चात आपके सामने लिस्ट खोज जाएगी इस लिस्ट में आपको अपने नाम के आगे कार्ड नंबर पर क्लिक करना होगा l
नंबर पर क्लिक करने के बाद आपके सामने आपकी पूरी जानकारी आ जाएगी और आप इस लिस्ट को देखने के साथ साथ यही से डाउनलोड भी कर सकते है l
FAQ – Frequently asked Questions
Q1. नरेगा जॉब कार्ड NREGA Job Card क्या है ?
MNREGA job card महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी अधिनियम (MNREGA) के अंतर्गत दी जाने वाली 1 कार्ड है जिसके बदौलत मनरेगा के लाभार्थियों की पहचान की जाती है
Q2. नरेगा योजना शुरू करने के उद्देश्य क्या है ?
यह कानून प्राथमिक तौर पर गरीबी रेखा से नीचे रह रहे अर्द्ध या अकुशल ग्रामीण लोगों की क्रय शक्ति को बढ़ाने के उद्देश्य के साथ शुरू किया गया।
Q3 मनरेगा योजना की शुरुआत कब से हुयी ?
मनरेगा योजना की शुरुआत २००५ से हुयी।
Q4. महात्मा गाँधी रोजगार योजना की शुरुआत किसने की ?
महात्मा गाँधी रोजगार योजना की शुरुआत केंद्र सरकार ने शुरू की।
Q5. नरेगा योजना की लिस्ट ऑफलाइन मोड़ में देखने के लिए क्या करे ?
नरेगा योजना की लिस्ट में आप ऑफलाइन अपना नाम सूची में नहीं देख सकते हालांकि आप ग्राम प्रधान से इसके लिए आवेदन कर सकते हैं।
Q6. महात्मा गाँधी नरेगा योजना में अपना नाम कैसे देखे ?
Step1. सबसे पहले आप महात्मा गाँधी नरेगा योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ।आधिकारिक वेबसाइट – nrega.nic.in
Step2. उसके बाद Transparency & Accountability का एक ऑप्शन दिखाई देगा l आपको उसमे Job Card ऑप्शन पर क्लिक करना होगा l
Step3. ऑप्शन पर क्लिक करने के बाद आपके सामने अगला पेज खुल जायेगा l इस पेज पर आपको भारत से सभी राज्यों के नाम आ जायेगे l आपको जिस भी प्रदेश की सूची देखनी है उस पर क्लिक करे l
Step4. आपको फॉर्म में मांगी गयी जानकारी दर्ज करनी होगी।Step5. उसके बाद प्रोसेड के बटन पर क्लिक कर दें।
Step6. प्रोसेड पर क्लिक करते ही आपकी स्क्रीन पर एक लिस्ट आजायेगी जिसमे आपको अपना नाम ढूंढ़ना होगा और नाम से पहले जॉब कार्ड नंबर पर क्लिक करना होगा।
क्लिक करते ही आपका जॉब कार्ड आपके अगले पेज पर आजायेगा।और आप अंत में अपना जॉब कार्ड डाउनलोड कर ले।
Q7. नरेगा योजना से जुड़ा हेल्पलाइन नंबर क्या है ?
यदि आप भी इस योजना से जुड़ना चाहते या आपको जॉब कार्ड को लेकर कोई अन्य समस्या है तो आप नीचे दिए गए नंबर पर फोन कर सकते हैं और ई -मेल भी भेज सकते हैं Click Here