आज हम Dhyan Chand पर 10 Lines का निबंध साझा कर रहे हैं। यह लेख उन छात्रों की मदद कर सकता है जो हिंदी में Dhyan Chand के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं ।
यह निबंध बहुत ही सरल और याद रखने में आसान है। इस निबंध का स्तर मध्यम है इसलिए कोई भी छात्र इस विषय पर लिख सकता है। यह लेख आम तौर पर Class : 1, 2, 3 4 के विद्यार्थियों के लिए लिखी गई है।
10 /5 Lines on Dhyan Chand in Hindi For Class 1 To 3
1. ध्यानचंद का जन्म 29 अगस्त 1905 को इलाहाबाद उत्तर प्रदेश में हुआ था।
2. ध्यान चंद भारतीय फील्ड हॉकी के भूतपूर्व खिलाड़ी एवं कप्तान थे।
3. भारत एवं विश्व हॉकी के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में उनकी गिनती होती है।
4. वे तीन बार ओलम्पिक के स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम के सदस्य रहे।
5. उनकी जन्मतिथि को भारत में “राष्ट्रीय खेल दिवस” के रूप में मनाया जाता है।
6.उन्हें हॉकी का जादूगर ही कहा जाता है।
7. उन्होंने अपने खेल जीवन में 1000 से अधिक गोल दागे है।
8. उन्हें १९५६ में भारत के प्रतिष्ठित नागरिक सम्मान पद्मभूषण से सम्मानित किया गया था।
9. ध्यानचंद ने ओलंपिक खेलों में 101 गोल और अंतरराष्ट्रीय खेलों में 300 गोल दाग कर एक ऐसा रिकॉर्ड बनाया जिसे आज तक कोई तोड़ नहीं पाया है।
10. सरलता, सादगी, अनुशासन के पुजारी, हर प्रकार व्यसन से मुक्त रहने वाले ऐसे महान् खिलाड़ी का निधन 3 दिसम्बर, 1979 को हो गया ।
10 /5 Lines on Dhyan Chand in English For Class 1 To 4
1. Dhyanchand was born on 29 August 1905 in Allahabad.
2. Dhyanchand was an Indian hockey player who was widely regarded as one of the greatest players of all time.
3. He is best remembered for his goal scoring feats and his three Olympic gold medals in field hockey (1928, 1932 and 1936).
4. August 29, Major Dhyan Chand’s birthday is celebrated as national sports day in India.
5. He was known as “Chand” & “The Magician of Hockey”.
6. Major Dhyan Chand was awarded honour of “Padma Bhushan”
7- In his career, Major Dhyan Chand scored over 1000 goals.
8. He was honored as a ‘guest of honor’ at the 1936 Berlin Olympics and Olive Crown at the 1968 Mexico Olympics.
9. Dhyanchand also joined the Indian Army at the age of 16.
10.Major Dhyan Chand died on 3 December, 1979 at the age of 74 but people of all over the world will always remember him as “The Magician of Hockey”.
10 Lines on Dhyan Chand in Marathi For Class 1 To 3
1.ध्यानचंद यांचा जन्म 29 ऑगस्ट 1905 रोजी अलाहाबाद, उत्तर प्रदेश येथे झाला.
2.ध्यानचंद हे भारतीय फील्ड हॉकीचे माजी खेळाडू आणि कर्णधार होते.
3.भारतातील आणि जागतिक हॉकीमधील सर्वोत्तम खेळाडूंमध्ये त्यांची गणना होते.
4.तीन ऑलिम्पिक सुवर्णपदके जिंकणाऱ्या भारतीय हॉकी संघाचा तो सदस्य होता.
5. त्यांची जन्मतारीख भारतात “राष्ट्रीय क्रीडा दिन” म्हणून पाळली जाते.
6. त्यांना हॉकीचा जादूगार म्हटले जाते.
7.त्याने आपल्या खेळाच्या आयुष्यात 1000 हून अधिक गोल केले आहेत.
8.1956 मध्ये त्यांना पद्मभूषण, भारताचा प्रतिष्ठित नागरी सन्मान प्रदान करण्यात आला.
9.ध्यानचंद यांनी ऑलिम्पिक स्पर्धेत 101 गोल आणि आंतरराष्ट्रीय खेळांमध्ये 300 गोल करून असा विक्रम केला जो आजपर्यंत कोणीही मोडू शकलेले नाही.
10.साधेपणाचा, साधेपणाचा, शिस्तीचा पुजारी, सर्वप्रकारे व्यसनमुक्त अशा या महान खेळाडूचे ३ डिसेंबर १९९५ रोजी निधन झाले.
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