आज हम Homi Bhabha पर 10 Lines का निबंध साझा कर रहे हैं। यह लेख उन छात्रों की मदद कर सकता है जो हिंदी में Homi Bhabha के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं ।
यह निबंध बहुत ही सरल और याद रखने में आसान है। इस निबंध का स्तर मध्यम है इसलिए कोई भी छात्र इस विषय पर लिख सकता है। यह लेख आम तौर पर Class : 1, 2, 3 4 के विद्यार्थियों के लिए लिखी गई है।
10 /5 Lines on Homi Bhabha in Hindi For Class 1 To 3
1. डॉ॰ होमी जहांगीर भामा का जन्म 30 अक्टूबर, 1909 को बम्बई के सुशिक्षित एवं सम्पन्न पारसी परिवार में हुआ था ।
2. भारत के एक प्रमुख वैज्ञानिक और स्वप्नदृष्टा थे जिन्होंने भारत के परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम की कल्पना की थी।
3.उन्होने मुट्ठी भर वैज्ञानिकों की सहायता से मार्च 1944 में नाभिकीय उर्जा पर अनुसन्धान आरम्भ किया।
4. उन्हें ‘आर्किटेक्ट ऑफ इंडियन एटॉमिक एनर्जी प्रोग्राम’ भी कहा जाता है।
5. भारत को परमाणु शक्ति बनाने के मिशन में प्रथम पग के तौर पर उन्होंने 1945 में मूलभूत विज्ञान में उत्कृष्टता के केंद्र टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च (टीआइएफआर) की स्थापना की।
6. डा. भाभा एक कुशल वैज्ञानिक और प्रतिबद्ध इंजीनियर होने के साथ-साथ एक समर्पित वास्तुशिल्पी, सतर्क नियोजक, एवं निपुण कार्यकारी थे।
7. स्वतन्त्रता के बाद सन् 1948 में उन्होंने परमाणु शक्ति आयोग की स्थापना की, जिसके वे अध्यक्ष भी चुने गये थे ।
8. वे परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग पर 1958 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा जेनेवा में आयोजित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के उप-सचिव रहे।
9.12 जनवरी, 1967 को तत्कालीन प्रधानमन्त्री श्रीमती इन्दिरा गाँधी ने ट्रॉम्बे के परमाणु केन्द्र का नाम डॉ. भाभा के नाम पर ‘भाभा एटॉमिक रिसर्च सेण्टर’ रख दिया ।
10.भारतीय परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम के जनक का 24 जनवरी सन 1966 को एक विमान दुर्घटना में निधन हो गया था।
10 /5 Lines on Homi Bhabha in English For Class 1 To 4
1. Homi Jehangir Bhabha was born on 30 October, 1909 to a wealthy Parisi family in Mumbai that was very influential in the west of India.
2. Bhabha was also the founding director of the Atomic Energy Establishment, Trombay (AEET) which is now named the Bhabha Atomic Research Centre in his honour.
3. TIFR and AEET were the cornerstone of Indian development of nuclear weapons which Bhabha also supervised as director
4. Homi Bhabha was awarded Adams Prize (1942) and Padma Bhushan (1954).
5. Bhabha become the first chairperson of India’s Atomic Energy Commission in 1948.
6.He was also nominated for Nobel Prize for Physics in 1951 and 1953–1956.
7- He was the author of many articles on quantum theory and cosmic rays.
8. He would join the Tata Steel or Tata Steel Mills in Jamshedpur as a metallurgist.
9. He was awarded Padma Bhushan in 1954, the third-highest civilian award in India.
10. He was killed in mysterious circumstances, aged 56, when Air India Flight 101 crashed on January 24, 1966.
10 Lines on Homi Bhabha in Marathi For Class 1 To 3
1.डॉ. होमी जहांगीर भामा यांचा जन्म 30 ऑक्टोबर 1909 रोजी मुंबईत एका सुशिक्षित आणि संपन्न पारशी कुटुंबात झाला.
2.ते एक प्रमुख भारतीय शास्त्रज्ञ आणि दूरदर्शी होते ज्यांनी भारताच्या अणुऊर्जा कार्यक्रमाची कल्पना केली होती.
3.त्यांनी मार्च 1944 मध्ये मूठभर शास्त्रज्ञांच्या मदतीने अणुऊर्जेवर संशोधन सुरू केले.
4.त्यांना ‘भारतीय अणुऊर्जा कार्यक्रमाचे शिल्पकार’ म्हणूनही ओळखले जाते.
5.भारताला अणुऊर्जा बनवण्याच्या मोहिमेतील पहिले पाऊल म्हणून, त्यांनी 1945 मध्ये टाटा मूलभूत संशोधन संस्था (TIFR), मूलभूत विज्ञानातील उत्कृष्टता केंद्राची स्थापना केली.
6.डॉ. भाभा हे एक कुशल शास्त्रज्ञ आणि वचनबद्ध अभियंता, तसेच एक समर्पित वास्तुविशारद, काळजीपूर्वक नियोजक आणि कुशल कार्यकारी होते.
7.स्वातंत्र्यानंतर, 1948 मध्ये, त्यांनी अणुऊर्जा आयोगाची स्थापना केली, ज्याच्या अध्यक्षपदीही त्यांची निवड झाली.
8.1958 मध्ये संयुक्त राष्ट्रांनी जिनिव्हा येथे आयोजित केलेल्या अणुऊर्जेच्या शांततापूर्ण वापरावरील आंतरराष्ट्रीय परिषदेचे ते उपसचिव होते.
9.12 जानेवारी 1967 रोजी तत्कालीन पंतप्रधान श्रीमती इंदिरा गांधी यांनी ट्रॉम्बे अणु केंद्राचे नाव बदलून ‘भाभा अणु संशोधन केंद्र’ असे डॉ. भाभा यांच्या नावावर केले.
10.भारतीय अणुऊर्जा कार्यक्रमाचे जनक 24 जानेवारी 1966 रोजी विमान अपघातात मरण पावले.
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