कॉर्न फ्लोर क्या होता है : Corn Flour Kya Hota Hai
मकई के आटे का नाम जब जबान पर आता है, तो पंजाब की मशहूर मकई की रोटी और सरसों के साग की याद न आए, यह मुमकिन ही नहीं है।
मकई को कॉर्न (Corn) भी कहा जाता है, लेकिन जब बाजार में साधारण हम जिस आटे को कॉर्न फ्लोर (Corn flour) के नाम से खरीदते है, वह मूल रूप से कॉर्न स्टार्च (Corn Starch) होता है।
कॉर्नफ्लोर दो शब्दों से मिलकर बना है = Corn + flour जिसमें Corn का मतलब मक्का और flour का मतलब आटा होता है।
Corn Flour Meaning in Hindi : मकई का आटा l
Corn Starch Meaning in Hindi : मकई का आटा l
मकई का आटा रंग में हलका पिला होता है, साथ ही इसे पकाने के बाद यह और गहरा भी हो जाता है। लेकिन भारत के साथ ही पूरी दुनिया में कॉर्न स्टार्च नाम मशहूर न होकर कॉर्न फ्लोर के नाम से ही प्रसिद्ध हुआ। साथ ही मकई के आटे को अंग्रेजी में कॉर्नमील या मेज़ फ्लोर भी कहा जाता है।
मकई का आटा और कॉर्न फ्लोर यानी कॉर्न स्टार्च में क्या फर्क है : Difference Between Cornstarch and Corn Flour
- भले ही कॉर्न फ्लोर और मकई का आटे को मकई से ही बनाया जाता है, लेकिन इनके स्वाद, रंग और इस्तेमाल हर चीज में काफी फर्क दिखाई देता है।
- मकई का आटा रंग में पीला होने के साथ ही थोड़ा दरदरा महसूस होता है। साथ ही कॉर्न फ्लोर शुद्ध सफेद रंग का और काफी अच्छे से पिसा हुआ महसूस होता है।
- कॉर्न फ्लोर स्वादहीन होता है, तो मकई का कच्चा आटा भी मकई के मीठे स्वाद को प्रदान करता है।
- कॉर्न स्टार्च का मुख्य उपयोग किसी भी पदार्थ को गाढ़ा बनाने में होता है, जब कि मकई का आटा अन्य आटे की तरह ही रोटी, केक जैसे पदार्थों के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
- मकई के आटे की तुलना में कॉर्न स्टार्च में विटामिन और पोषक तत्वों की कमी विशेष रूप से देखने को मिलती है।
मकई का आटा कैसे बनाया जाता है : Corn Flour in Hindi
मकई का आटा हम घर में भी काफी आसानी से बना सकते है। लेकिन इसकी प्रक्रिया में काफी वक्त लगता है, साथ ही काफी मेहनत भी करनी पड़ती है। और सबसे आवश्यक बात है, इसके लिए आटा पीसने वाली चक्की का होना भी बहुत जरूरी होता है।
अब जान लेते है कि, मकई के आटे को बनाते कैसे है।
- सबसे पहले बाजार से लाए हुए मकई के सूखे दानों को एक जगह बिछाकर, उसमें से कंकड़ तथा अन्य प्रकार के बीज मिलने पर उन्हें अलग किया जाता है।
- अब इन दानों को पानी से अच्छे से धोया जाता है, क्योंकि इसपर स्थित मिट्टी, धूल और आदि को हटाया जा सके।
- धोने के बाद इन दानों को एक बर्तन में पानी और चुना डालकर रखा जाता है। चुने का भी विशिष्ट मात्रा में उपयोग करना बेहद जरूरी है। बुलबुले आने के बाद इस पानी को दानों से अलग करने के लिए छाना जाता है।
- छानने के बाद करीबन आधे से एक घंटे के लिए मकई के दानों को पकाया जाता है, ताकि सूखे हुए कठोर दाने नरम पड़ जाए।
- आधे से एक घंटा पकाने के बाद इन दानों को उसी पानी के साथ करीबन 12 घंटों तक भिगोने के लिए रखा जाता है। लंबे समय तक दानों को भीगने से यह ज्यादा नर्म हो जाते है, इसीलिए इन्हें विशिष्ट समय तक ही भिगोया जाता है।
- अब दूसरे दिन, इन दानों को हाथ से रगड़कर छिला जाता है, जिससे मकई के दाने के ऊपर मौजूद छिलका दाने से अलग हो जाता हैं।
- छिलके को अलग करने के बाद मकई के दानों को ठंडे पानी से धोया जाता है।
- फिर इन दानों को चक्की की सहायता से पिसा जाता है और बन जाता है, मकई का आटा।
- मकई के आटे को हमेशा ठंडी और सुखी जगह रखा जाता है, ताकि यह लंबे समय तक टिक सके।
मकई का आटा और सेहत के लिए फायदे : Corn Flour Ke Fayde
मकई के आटे से बनी हुई कोई भी चीज खाने के बाद पेट काफी भरा हुआ महसूस होता है। जिसका सबसे ज्यादा फायदा वजन कम करने के लिए होता है। साथ ही मकई के आटे में पाए जाने वाले कार्बोहाइड्रेट का उपयोग बॉडी फैट कम करने के लिए भी होता है।
मकई का आटा पाचन क्रिया को आसान बनाता ही है, साथ ही पचने के लिए भी यह काफी हल्का होता है। कब्ज को रोकने के लिए यह काफी फायदेमंद साबित होता हैं।
मकई के आटे में ऐसे कई सारे पोषक तत्वों को पाया जाता है, जो कैंसर की सेल्स को शरीर मे बढ़ने से रोकता है। त्वचा को मुलायम रखने के लिए और त्वचा से जुड़ी एलर्जी से बचने के लिए भी यह काफी फायदेमंद साबित होता है।
100 ग्राम मकई के आटे में पाए जाने वाले पोषक तत्वों का प्रमाण निम्नलिखित किया गया है।
कार्बोहयड्रेट्स | 71.88 ग्राम्स |
प्रोटीन | 8.84 ग्राम्स |
फैट | 4.57 ग्राम्स |
फाइबर | 2.15 ग्राम्स |
मॉइस्चर | 10.23 ग्राम्स |
फॉस्फोरस | 348 मिलिग्राम्स |
सोडियम | 15.9 मिलिग्राम्स |
सल्फर | 114 मिलिग्राम्स |
रिबोफ्लेविन | 0.10 मिलिग्राम्स |
एमिनो एसिड्स | 1.78 मिलिग्राम्स |
मिनरल्स | 1.5 ग्राम्स |
कैल्शियम | 10 मिलिग्राम्स |
आयरन | 2.3 मिलिग्राम्स |
पोटैशियम | 286 मिलिग्राम्स |
थियामिन | 0.42 मिलिग्राम्स |
विटामिन सी | 0.12 मिलिग्राम्स |
मैग्नेशियम | 139 मिलिग्राम्स |
कोपर | 0.14 मिलिग्राम्स |
मकई के आटे से क्या-क्या बनाया जा सकता है : Corn Flour Se Kya Kya Bnaya Ja Sakta hai
मकई के आटे का नाम सामने आते ही, सबसे पहले सिर्फ याद आती है मकई के रोटी की। बहुत सारे लोगों को मकई के आटे से और भी कुछ बन सकता है, इसका अंदाजा भी नहीं है। मकई के आटे से बने हुए कुछ ऐसे व्यंजन जो बेहद ही स्वादिष्ट होते है।
1. टिक्कर
टिक्कर एक राजस्थानी रोटी है, जो मकई के आटे से ही बनाई जाती है। स्वाद में यह थोड़ी मीठी होती है और इसे गरमा गरम ही परोसा जाता है। लिट्टी बनाते समय भी राजस्थान में मकई के आटे का इस्तेमाल करते है।
2. पराठे
जिस तरह मेथी, आलू के पराठों को बनाने के लिए गेहूँ या मैदा इस्तेमाल किया जाता है। इसी तरह मकई के आटे से भी पराठे बनाए जाते है।
3. ढोकला
सामान्य रूप से ढोकला बेसन को इस्तेमाल करके ही बनाया जाता है। लेकिन आपको गुजरात में मकई का ढोकला भी खाने के लिए मिल सकता है।
4. मेक्सिकन टैको
टैको एक मैक्सिकन स्नैक है, जो अब पूरी दुनिया में मशहूर है। इसे खासकर मकई के आटे के साथ ही बनाया जाता है।
इसके साथ ही पैनकेक, केक, ब्रेड अन्य पदार्थों को बनाने के लिए भी मकई के आटे का उपयोग किया जाता है।
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