1947 में जब भारत देश को अंग्रेजों से आजादी मिली थी तो भारत के सामने एक बहुत बड़ी समस्या उत्पन्न हो गयी थी। उस समय भारत के सामने सबसे पहले संविधान बनाने व नियमों को लागू करने की बड़ी समस्या थी। मानव की सुरक्षा की दृष्टि से उनके अधिकार पूर्ण रूप से उन्हें मिलने चाहिए।
इसके लिए सरकार द्वारा 10 दिसंबर सन 1948 को मानवाधिकार आयोग का गठन किया गया। दोस्तों, अब आप समझ ही गए होंगे कि आज हम कौनसे विषय में बात करेंगे। जी हाँ दोस्तों, आज हम World Human Rights Day के बारे में आपको सब कुछ बताएंगे। आपसे सिर्फ इतना अनुरोध है कि आप इस आर्टिकल को पूरा पढ़िये। तो चलिये दोस्तों शुरू करते है।
मानवाधिकार दिवस क्या है ?
इस दुनिया में जो कोई भी जन्म लेता है और जिस जगह वह जन्म लेता है। उसके कुछ न कुछ अधिकार तो बनते है या फिर जसको अधिकार मिलते है। इसी तरह मानव के अधिकार भी उन्हें पूर्णतः प्राप्त नहीं थे।
इसीलिए मानव के अधिकारों को दिलवाने के लिए व लोगों को उनके अधिकारों के बारे में जागरूक करने के लिए 10 दिसंबर सन 1948 में मानवाधिकार आयोग का गठन किया गया था। World Human Rights Day
यह आयोग लोगों को प्राप्त अधिकारों की रक्षा करता है। इसी कारण प्रत्येक वर्ष 10 दिसंबर को अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस मनाया जाता है।
शुरुआत में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने अपने सदस्य देशों को तथा इसमें रूचि लेने वाले संगठनों को मानवाधिकार दिवस मनाने के लिए आमंत्रित किया। World Human Rights Day मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को अपने अधिकारों के बारे में जागरूक करना है।
मानवाधिकार क्या है ?
मानवाधिकार से सीधा-सीधा तात्पर्य है कि मानव को जन्म से ही कुछ अधिकार प्राप्त होते है। सके अलावा कुछ अधिकार उसे बाद में मिलते है। जिनके सहारे मानव अपना जीवनयापन बिना किसी परेशानी के कर सकता है। इसे ही मानवाधिकार या फिर मानव अधिकार कहते है।
इसके अलावा भारत के सभी राज्यों में इज़के कार्यालय व शाखाएं स्थित है। मानवाधिकार आयोग ऐसे कार्यों की समीक्षा करता है, जो कि गलत है और सरकार उस कार्य पर कोई कम नही उठा रही हो।
प्रारंभ में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 10 दिसंबर, सन 1948 को सार्वभौमिक मानवाधिकार घोषणापत्र को आधिकारिक रूप से मान्यता प्रदान की। जिसके अंतर्गत सभी मनुष्यों को कुछ विशेष अधिकार दिए गए है। परिणामस्वरूप प्रत्येक वर्ष 10 दिसंबर को World Human Rights Day मनाया जाता है।
संयुक्त राष्ट्र महासभा के घोषणापत्र में यह लिखा हुआ था कि महासभा के सदस्यों को यह विश्वास है कि मानव की गरिमा व पहचान बनाये रखने के लिए मानव के हित में अधिकार दिए जाने चाहिए। जिन्हें कोई न छीन सके। मानवाधिकार आयोग ने महिला व पुरुष दोनों को समान अधिकार दिए है।
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मानव अधिकार कौन-कौनसे है? What Are Human Rights Day?
मानव को बहुत से अधिकार प्राप्त मिलते है। जो कि निम है-
- जीवन जीने का अधिकार
- समानता का अधिकार
- स्वतंत्रता का अधिकार
- सुरक्षा का अधिकार
भारत में मानवाधिकार कानून 28 सितंबर, सन 1993 को सामने आया। 12 अक्टूबर, सन 1993 में सरकार ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग का गठन किया। मानवाधिकार आयोग राजनीतिक व नागरिक अधिकारों के साथ-साथ सामाजिक, आर्थिक व सांस्कृतिक अधिकारों की भी रक्षा करता है। जिनमें बाल-श्रम, स्वास्थ्य, बाल-विवाह व महिला अधिकार शामिल है। भारत में मानवाधिकार का मुख्य कार्यालय दिल्ली में स्थित है। World Human Rights Day
मानव के अधिकारों को 30 अनुच्छेदों में पूरी तरह से समझ जा सकता है। इन अनुच्छेदों के बारे में सभी मनुष्यों को जानकारी होनी चाहिए। World Human Rights Day
- आजादी का अधिकार
- स्वतंत्रता का अधिकार
- समानता का अधिकार
- संरक्षण का अधिकार
- इंसाफ का अधिकार
- सुनवाई का अधिकार
- निर्दोषता का अधिकार
- निजता का अधिकार
- अन्य देश की नागरिकता ग्रहण करने का अधिकार
- राष्ट्रीयता का अधिकार
- विवाह करने का अधिकार
- संपत्ति का अधिकार
- धार्मिक आजादी का अधिकार
- सूचना पाने का अधिकार
- सभा करने का अधिकार
- सरकार चुनने का अधिकार
- लोकतंत्र का अधिकार
- सामाजिक सुरक्षा का अधिकार
- काम करने का अधिकार
- अवकाश का अधिकार
- जीवन जीने का अधिकार
- सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भागीदारी का अधिकार
मानवाधिकार दिवस के विषय
- सन 2012 – सार्वजनिक जीवन जीने का अधिकार
- सन 2013 – 20 वर्ष मानवाधिकारों के लिए कार्य
- सन 2014 – मानवाधिकार के माध्यम से जीवन में परिवर्तन
- सन 2015 – हमारी स्वतंत्रता का अधिकार
- सन 2016 – अन्य लोगों के अधिकारों के लिए तत्पर
- सन 2017 – चलो समानता, न्याय व मानव गरिमा के लिए खड़े हो जाओ
तो दोस्तों, ये सब मानवाधिकार आयोग द्वारा मानवों को प्रदान कुछ महत्वपूर्ण अधिकार थे। ये सभी अधिकार मानव को जन्म से प्राप्त होते है। कोई भी व्यक्ति इन अधिकारों को छीन नही सकता।
मानवाधिकारों का हनन करने पर जुर्माना व सज़ा का प्रावधान भी किया गया है। मानवाधिकार आयोग की भूमिका समाज में अतुलनीय है। इस आयोग का कार्य भी सराहनीय है। हम सभी को अपने अधिकार प्राप्त करने चाहिए।
आशा करता हूँ कि World Human Rights Day के बारे में दी गयी जानकारी आप सभी को पसंद आयी होगी। अंत में दोस्तों में सिर्फ यही कहना चाहता हूँ कि मानवाधिकार आयोग ने जिस पहल को शुरू किया था। उस पहल को हम सभी को निरंतर जारी रखना है। आशा करता हूँ की World Human Rights Day के बारे में दी गयी जानकारी आपको जरूर पसंद आयी होगी। आपका बहुमूल्य समय देने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।
अगर आपके मन में मानवाधिकार आयोग के World Human Rights Day से सम्बंधित किसी भी प्रकार का प्रश्न है तो आप हमसें कमेंट के माध्यम से पूछ सकते है। हम आपके प्रश्न का जवाब देने की पूरी कोशिश करेंगे। आगे भी हम आपके लिए ऐसे ही उपयोगी आर्टिकल लाते रहेंगे।
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धन्यवाद…
मैं आपका हर नया आर्टिकल पढता हूँ और आपके ब्लॉग से मुझे हमेशा कुछ नया और अच्छा सीखने को मिलता है.
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