आज हम इस लेख के माध्यम से MICR क्या होता है ? इसे कब शुरू किया गया था ? यह कैसे वर्क करता है ? इसके Features क्या-क्या हैं ?
इससे चेको की Processing कैसे तेज होती है ? तथा IFSC और MICR Code में अंतर क्या होता है ? आदि के बारे में जानकारी देने वाले हैं ? दोस्तों यदि आप एमआईसीआर कोड से संबंधित सभी जानकारियां प्राप्त करना चाहते हैं तो हमारा यह लेख पूरा जरूर पढ़ें।
एमआईसीआर क्या है : WHAT IS MICR CODE
एमआईसीआर एक ऐसी तकनीक है जिसमें एक विशेष स्याही (Ink) और अक्षरों (Characters) की मदद से किसी दस्तावेज़ की Originality (मौलिकता) को पहचानने के लिए किया जाता है। यह नौ अंकों का कोड बैंकों के Cheques के निचले हिस्से में मुद्रित (Printed) होता है।
इसके पहले के तीन अंक के कोड एक शहर को इंगित करते हैं, अगले तीन अंकों के कोड एक बैंक के बारे में, और अंतिम तीन अंकों के कोड एक शाखा के बारे में बताते हैं, तथा इसे माइक्रो कोड भी कहा जाता है।
इस तकनीक के आने से पहले, बैंकों के Cheques Manually बैंक कर्मचारियों द्वारा संसाधित किए जाते थे। इससे चेकों के Clearance में बहुत अधिक समय लगता था और इसके कारण दिन-ब-दिन बैंकों में चेको की संख्या बढ़ती जा रही थी
जिससे इनकी समय पर Processing (प्रसंस्करण) मुश्किल हो रहा था। 1950 के मध्य दशक के दौरान, स्टैनफोर्ड रिसर्च इंस्टीट्यूट और जनरल इलेक्ट्रिक कंप्यूटर लेबोरेटरी ने MICR का उपयोग करके Cheques की जांच करने वाली पहली प्रणाली विकसित की।
इस कोड को मुख्य रूप से Security Bar Code के समान आपके Transactions की Protection के लिए उपयोग किया जाता है।
एमआईसीआर कोड प्रत्येक शहर, बैंक और बैंक ब्रांच के लिए Unique होता है, जिससे किसी भी Transaction पर RBI को Clearance के लिए आवश्यक सूचनाएं आसानी से प्राप्त होती हैं और Clearance Process तेजी से संभव हो पाता है।
भारत में एमआईसीआर कोड की तकनीक सबसे पहले सन् 1980 से उपयोग में लाई गई। तो चलिए Micr ka Full Form देख लेते है
MICR FULL FORM IN BANKING
MICR KA FULL FROM IN HINDI
एमआईसीआर वर्क कैसे करता है : HOW TO MICR WORK
एमआईसीआर कोड दो प्रकार के Font का उपयोग करके दस्तावेज़ पर मुद्रित (Print) किए जाते हैं, जिनमें एक ई-13बी और दूसरा सीएमसी-7 होता है।
विशेष तौर पर उपयोग की जाने वाली यह स्याही एक चुंबकीय स्याही होती है। एमआईसीआर कोड, एमआईसीआर रीडर की सहायता से स्कैन किए जाते हैं जो कोड के प्रत्येक Characters (अक्षर) को कुशलता से पढ़ने की अनुमति देता है चाहे वह कोड किसी स्टाम्प या हस्ताक्षर जैसे अन्य अंकों से अस्पष्ट हो गया हो।
एमआईसीआर के 9 अंकों का कोड निम्न चीजों को Indicate करता है
- इसके पहले के तीन अक्षर (1-3) एक शहर को बताते हैैं, जो आपके इलाके के PIN Code के पहले तीन Digits के समान ही होते हैं। उदाहरण के लिए जयपुर के Pincode की पहली तीन Digit 302 है, इसलिए यहाँ स्थित सभी Bank Branches की MICR Code 302 से शुरू होती है।
- इसके अगले तीन Digit (4-6) आपके Bank के नाम को बताते हैं क्योंकि आरबीआई द्वारा सभी Banks को तीन Digit का एक Unique Code दिया जाता है जो की MICR Code में 4-6 तक के अंक होते हैं। उदाहरण के लिए “002” SBI का Code है, इसलिए SBI Bank के सभी Branches के 4-6 के अंक 002 होंगे चाहे वह भारत में किसी भी स्थान पर Located हो।
- वहीं आखिर के तीन अक्षर (7-9) उस बैंक के क्षेत्रीय Branch को Indicate करते हैं। ये कोड Serial Wise होते है, मतलब की अगर Jaipur में SBI की 5 Branches है तब उन Branches के Code क्रमशः 001,002,003,004 और 005 होंगे। यदि आप चाहें तो किसी Bank के किसी भी Branch का MICR Code, RBI की Official Website पर देख सकते हैं।
695002032
- 695 CITY CODE (GUJRAT)
- 002 BANK CODE (ICICI BANK)
- 032 BANK BRANCH CODE (NAVSARI)
ये भी पढ़े l
- ECS क्या होता है ? ECS Service कितने प्रकार की होती है
- IMPS क्या है और कैसे काम करता है पूरी जानकारी
- एनईएफटी (NEFT) क्या है NEFT कैसे काम करता है l
MICR CODE से चेको की PROCESSING तेज़ कैसे होती हैं ?
पहले के समय में Cheques को Manually Clearance दिया जाता था, जिससे इनमें गलतियां होने की संभावना अधिक होती थी, और इसमें Cheques Clearing Process में भी बहुत देरी होती थी।
वहीं इस तकनीक के आने के बाद MICR Code को Cheques के ऊपर Print किया जाने लगा, जिसमें ये Unique Magnetic Ink मुख्य रूप से Iron Oxide होती हैं जिनमें चुंबकीय तत्त्व मौजूद होते हैं और जो इसे मशीनों द्वारा आसानी से Readable बनाते हैं।
यह तकनीक बिल्कुल ही Error Proof होती है। यह MICR Code इतना ज्यादा Clear और Fine होता है कि इसे MICR Reader बड़े ही आराम से पढ़ सकता है, भले ही इसके ऊपर कुछ दूसरे Marks और Stamps पहले से मौजूद हों।
RESERVE BANK OF INDIA के एक Report के अनुसार (Payments In India: Vision 2009-2012) के तहत, लगभग सभी Bank Branches में MICR Codes की सुविधा Enable कर दी गयी है। इसके Implementation के पीछे RBI का मानना है की इससे Paper-Based Clearing Process बहुत हद तक कम हो जाएगी।
ख़ासतौर पर इसीलिए बहुत से MICR Cheque Processing Centres को Establish भी किया गया है जिससे करीब 95% तक की Volume और Value Of Cheques को देश में ही Process कर दिया जाए क्योंकि विश्व में अन्य देशों में इसके अलग-अलग Standard होते हैं।
विशेषताएं (FEATURES)
- इसे MICR Reader की सहायता से आसानी से पढ़ा जा सकता है, भले ही इस पर कोई मुहर या हस्ताक्षर ही क्यु न हो।
- यह एक उच्च स्तरीय सुरक्षा प्रदान करता है क्योंकि इसमें उपयोग किए जाने वाले स्याही के समान सटीक स्याही को बना पाना मुश्किल है जो दस्तावेज़ को जाली बनाना मुश्किल बनाता है।
- इसमें किसी प्रकार की त्रुटि होने की संभावना बहुत कम होती है।
- MICR में उपयोग किए जाने वाले Cartridges सामान्य Cartridges की तुलना में बहुत महंगे होते हैं।
खुद के बैंक का MICR CODE कैसे पता करे : HOW TO FIND MICR CODE
हर ब्रांच का MICR CODE अलग अलग होता है तो अगर आपको अपने ब्रांच का MICR CODE जानना है तो आप कैसे पता लगायेंगे ? एक Option तो आपके पास ये है की आप अपने ब्रांच चले जाये और वह से पता कर ले l या फिर आपको बैंक से एक CHECK BOOK मिला होगा
उसपर MICR CODE , IFSC CODE दोनों लिखा होता है अगर आपको ये नही पता की CHECK पर MICR CODE कहा लिखा होता है तो हमने उपर एक IMAGE SHARE की है उसमे आप देख सकते है l
अगर आपके पास CHECK BOOK नही है और आप घर बेठे ही अपने ब्रांच का MICR CODE जानना चाहते है l तो कैसे जान सकते है ?
INTERNET पर बहुत सारी ऐसी WEBSITES है जिनसे आप अपने ब्रांच का MICR CODE आसानी से पता लगा सकते हो l उन्ही मे से एक WEBSITE है BANKIFSCCODE.COM यह से आप आसानी से अपना MICR CODE का पता लगा सकते है
इस WEBSITE पर जाना के बाद वहा आपसे कुछ SIMPLE DETAILS (BANK NAME, STATE , DISTRICT , BRANCH NAME) डालने को बोला जायेगा जिसे आप डाल कर अपना MICR CODE का पता लगा सकते है l
IFSC CODE और MICR CODE में अंतर : DIFFERENCE BETWEEN IFSC CODE AND MICR CODE
- आईएफएससी कोड का इस्तेमाल मुख्य रूप से IMPS, NEFT, RTGS और अन्य प्रकार के डिजिटल तरीके से Funds को एक बैंक से दूसरे बैंक में Transfer करते वक्त किया जाता है, वहीं एमआईसीआर कोड बैंक Cheques पर मुद्रित किए जाते हैं जो उनकी Originality को बताते हैं और Cheques की Processing प्रक्रिया को सरल और तेज बनाते हैं।
- IFSC 11 अंकों का एक Alphanumeric Code होता है, वहीं MICR एक 9 अंकों वाला Numeric Code होता है।
आशा करते हैं Friends की आपको हमारे द्वारा MICR के बारे मे लिखा गया Blog पसंद आया होगा। यदि हमारे द्वारा दी गई जानकारी अच्छी लगी हो तो आप इसे अपने Friends व Social Media Sites पर Share ज़रूर करें
यदि आपके मन में MICR से संबंधित कोई सवाल उठ रहा है तो आप Comment करके पूछ सकते हैं तथा भविष्य में ऐसी ही रोचक जानकारियों के लिए हमारे Blog को follow कर सकते हैं, धन्यवाद।