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पर्यायवाच शब्दों – (ऊ )
ऊँचा- तुंग, उच्च, बुलंद, उर्ध्व, उत्ताल, उन्नत, ऊपर, शीर्षस्थ, उच्च कोटि का, बढ़िया, अच्छा, चोटी का, गगनस्पर्शी। |
ऊँचाई- बुलंदी, उठान, उच्चता, तुंगता, बुलन्दी। |
ऊँचा करना- उन्नत करना, उत्थित करना, ऊपर उठाना। |
ऊँट- करभ, उष्ट्र, लंबोष्ठ, साँड़िया। |
ऊखल- ओखली, उलूखल, कूँडी। |
ऊसर- अनुपजाऊ, बंजर, अनुर्वर, वंध्या, भूमि। |
ऊधम- उपद्रव, उत्पात, धूम, हुल्लड़, हुड़दंग, धमाचौकड़ी। |
ऊँघ- तंद्रा, अर्द्ध-निद्रा, झपकी, ऊँघाई। |
ऊँघना- झपकी लेना, तंद्रिल होना, तंद्राभिभूत होना, अलसाना, सुस्त पड़ना, पलक मारना, निद्रालु होना, अर्द्धनिद्रित होना, औंघाना, झपकी। |
ऊधम- उत्पात, उपद्रव, दंगा, फ़साद, हुल्लड़, हंगामा, होहल्ला, धमाचौकड़ी। |
ऊल-जलूल- अव्यवस्थित, बेढंगा, बेतुका, बेमेल, अक्रमिक, अविचारित, अस्तव्यस्त। |
उषाकाल- प्रातः काल, सवेरा, तड़का, अरुणोदय, प्रभात, प्रातः, उदयकाल, सुबह, अमृतबेला, सूर्योदय। |
ऊष्मा- तपन, गर्मी, ताप, जलन। |
पर्यायवाच शब्दों – (ऋ )
ऋक्ष- भालू, रीछ, भीलूक, भल्लाट, भल्लूक। |
ऋक्षेश- चंद्रमा, चंदा, चाँद, शशि, राकेश, कलाधर, निशानाथ। |
ऋण- कर्ज, कर्जा, उधार, उधारी। |
ऋणी- कर्जदार, देनदार। |
ऋतु- रुत, मौसम, मासिक धर्म, रज:स्राव। |
ऋतुराज- बहार, मधुमास, वसंत, ऋतुपति, मधुऋतु। |
ऋषभ- वृष, वृषभ, बैल, पुंगव, बलीवर्द, गोनाथ। |
ऋषि- साधु, महात्मा, मुनि, मनीषी, योगी, मन्त्र द्रष्टा, सूक्तद्रष्टा, तपस्वी। |
ऋष्यकेतु- कामदेव, मकरकेतु, मकरध्वज, मदन, मनोज, मन्मथ। |
त्राण- रक्षा, डर, आशंका, संत्रास। |
त्रुटि-कमी, न्यूनता, अभाव, अशुद्धि, भूल, चूक, अपराध। |
पर्यायवाच शब्दों – (ए )
एकतंत्र- राजतंत्र, एकछत्र, तानाशाही, अधिनायकतंत्र। |
एकदंत- गणेश, गजानन, विनायक, लंबोदर, विघ्नेश, वक्रतुंड। |
एतबार- विश्वास, यकीन, भरोसा। |
एषणा- इच्छा, आकांक्षा, कामना, अभिलाषा, हसरत। |
एहसान- कृपा, अनुग्रह, उपकार। |
एक करना- एकीकरण करना, सम्मिलित करना, मिलाना, जोड़ना, संघटित करना, संगठन बनाना। |
एकता- मेल, मेलजोल, मेलमिलाप, संगठन, संघ, समानता, बराबरी, सामंजस्य, समन्वय, एकरूपता, एकसूत्रता, एकत्व, संश्रय, सद्भाव, सुमति। |
एकरूप- समरूप, तुल्यरूप, अभिन्न, अनुरूप, समानता, सादृश्य, अभेद। |
एकांत- निर्जन, सूना, शांत, शून्य, सुनसान, अकेला, एकाकी, तनहा, वीरान, विथावान। |
एकांतप्रेमी- एकांतिक, एकांतप्रिय, लज्जालु, लज्जाशील, संकोची, शर्मीला। |
एकांतवास- निर्जनवास, गुप्तावास, विजनवास। |
एकाग्रता- दत्तचित्तता, लगन शीलता, तन्मयता, तल्लीनता। |
पर्यायवाच शब्दों – (ऐ)
ऐंठ- कड़, दंभ, हेकड़ी, ठसक। |
ऐबी- बुरा, खोटा, दुष्ट, अवगुण, गलती, त्रुटि, खामी, खराबी, कमी, अवगुण। |
ऐयार- धूर्त, मक्कार, चालाक। |
ऐहिक- सांसारिक, लौकिक, दुनियावी। |
ऐक्य- एकत्व, एका, एकता, मेल। |
ऐश्वर्य- धन-सम्पत्ति, विभूति, वैभव, समृद्धि, सम्पन्नता, ऋद्धि-सिद्धि। |
ऐंठन- ऐंठ, मरोड़, बल, तनाव, अकड़, गर्व, घमंड, कुटिलभाव। |
ऐंठना- उमेठना, मरोड़ना, इतराना, अकड़ना, शेखी बघारना। |
ऐंद्रिक- ऐंद्रिय, इन्द्रियगत, इंद्रिय विषयक, इंद्रियजनित, इंद्रियजन्य। |
ऐच्छिक- स्वैच्छिक, वैकल्पिक, इच्छानुसारी। |
ऐयाश- कामी, कामुक, भोगी, लम्पट, विलासी, विषयी, भोगनिरत, विषयासक्त, कामाचारी, व्यभिचारी। |
ऐयाशी- काम, कामचरिता, विलासता, भोग, विषयासक्ति, इंद्रियलोलुपता। |
ऐश- सुख, चैन, आराम, ऐयाशी, विलास, भोग-विलास, व्याभिचार। |
पर्यायवाच शब्दों – (ओ )
ओज- तेज, शक्ति, बल, चमक, कांति, दीप्ति, वीर्य। |
ओजस्वी- बलवान, बलशाली, बलिष्ठ, पराक्रमी, जोरावर, ताकतवर, शक्तिशाली, शक्तिमान, जोरदार, सशक्त, सबल, वीर्यवान, कांतिवान, दीप्तिमान, तेजस्वी। |
ओंठ- ओष्ठ, अधर, लब, रदनच्छद, होठ। |
ओला- हिमगुलिका, उपल, करका, बिनौरी, तुहिन, जलमूर्तिका, हिमोपल। |
ओस- नीहार, तुषार, तुहिन, निशाजल, शीत, शबनम, कण। |
ओहार- आवरण, परदा, आच्छादन। |
ओंकार- प्रणव, बीज-मंत्र, वेदमाता, ओउम। |
ओखली- उलूखल, ऊखल। |
ओछा- अधम, नीच, तुच्छ, कमीना, क्षुद्र, छिछोरा, नगण्य, बुरा, खोटा, छिछला, उथला, घटिया, हलका। |
ओझल- अदृश्य, अंतर्धान, तिरोहित, लुप्त, छिपा हुआ, गायब, विलुप्त। |
ओझाई- अभिचार, पिशाचविद्या, श्मशानतंत्र, इंद्रजाल, मन्त्र, जादू, टोना। |
ओट- आड़, परदा, छिपाव, दुराव। |
ओढ़ना- पहनना, धारण करना, लपेटना, ढकना। |
ओर- दिशा, तरफ, पक्ष, किनारा, छोर, सिरा, अन्त। |
पर्यायवाच शब्दों – (औ )
औचक- अचानक, यकायक, सहसा। |
औरत- स्त्री, जोरू, घरनी, महिला, मानवी, तिरिया, नारी, वनिता, घरवाली। |
औचित्य- उपयुक्तता, तर्कसंगति, तर्कसंगतता। |
औलाद- संतान, संतति, आसऔलाद, बाल-बच्चे। |
औषधालय- चिकित्सालय, दवाखाना, अस्पताल, हस्पताल, चिकित्सा भवन, शफाखाना। |
औजार- उपकरण, यंत्र, हथियार। |
और- दूसरा, भिन्न, अन्य, पराया, अधिक ज्यादा, एवं तथा व, के साथ, के अतिरिक्त, के साथ-साथ। |
पर्यायवाच शब्दों – (क )
कमल – नलिन, अरविन्द, उत्पल, अम्भोज, तामरस, पुष्कर, महोत्पल, वनज, कंज, सरसिज, राजीव, पद्म, पंकज, नीरज, सरोज, जलज, जलजात, शतदल, पुण्डरीक, इन्दीवर। |
किरण- गभस्ति, रश्मि, अंशु, अर्चि, गो, कर, मयूख, मरीचि, ज्योति, प्रभा। |
कामदेव- मदन, मनोज, अनंग, आत्मभू, कंदर्प, दर्पक, पंचशर, मनसिज, काम, रतिपति, पुष्पधन्वा, मन्मथ। |
कपड़ा- मयुख, वस्त्र, चीर, वसन, पट, अंशु, कर, अम्बर, परिधान। |
कुबेर- कित्ररेश, यक्षराज, धनद, धनाधिप, राजराज। |
किस्मत- होनी, विधि, नियति, भाग्य। |
कच- बाल, केश, कुन्तल, चिकुर, अलक, रोम, शिरोरूह। |
कबूतर- कपोत, रक्तलोचन, पारावत, कलरव, हारिल। |
कण्ठ- ग्रीवा, गर्दन, गला, शिरोधरा। |
कृपा- प्रसाद, करुणा, अनुकम्पा, दया, अनुग्रह। |
किताब- पोथी, ग्रन्थ, पुस्तक। |
किनारा- तीर, कूल, कगार, तट। |
किसान- कृषक, भूमिपुत्र, हलधर, खेतिहर, अन्नदाता। |
कृष्ण- राधापति, घनश्याम, वासुदेव, माधव, मोहन, केशव, गोविन्द, मुरारी, नन्दनन्दन, राधारमण, दामोदर, ब्रजवल्लभ, गोपीनाथ, मुरलीधर, द्वारिकाधीश, यदुनन्दन, कंसारि, रणछोड़, बंशीधर, गिरधारी। |
कान- कर्ण, श्रुति, श्रुतिपटल, श्रवण, श्रोत, श्रुतिपुट। |
कोयल- कोकिला, पिक, काकपाली, बसंतदूत, सारिका, कुहुकिनी, वनप्रिया। |
क्रोध- रोष, कोप, अमर्ष, गुस्सा, आक्रोश, कोह, प्रतिघात। |
कार्तिकेय- कुमार, षडानन, शरभव, स्कन्द। |
कुत्ता- श्वा, श्रवान, कुक्कुर। शुनक, सरमेव। |
कल्पद्रुम- देवद्रुम, कल्पवृक्ष, पारिजात, मन्दार, हरिचन्दन। |
काक- कौआ, वायस, काग, करठ, पिशुन। |
कंगाल- निर्धन, गरीब, रंक, धनहीन। |
कंचन- स्वर्ण, सोना, कनक, कुंदन, हिरण्य। |
कंजूस- कृपण, सूम, मक्खीचूस। |
कंटक- काँटा, खार, सूल। |
कंदरा- गुफा, खोह, विवर, गुहा। |
कछुआ- कच्छप, कमठ, कूर्म। |
कटक- फौज, सेना, पलटन, लश्कर, चतुरंगिणी। |
कद्र- मान, सम्मान, इज्जत, प्रतिष्ठा। |
कमजोर- निर्बल, बलहीन, दुर्बल, मरियल, शक्तिहीन। |
कमला- लक्ष्मी, महालक्ष्मी, श्री, हरप्रिया। |
कर्ज- उधार, ऋण, कर्जा, उधारी, कुसीद। |
कलानाथ- चंद्रमा, कलाधर, सुधाकर, सोम, सुधांशु, हिमांशु, तारापति। |
कल्याण- भलाई, परहित, उपकार, भला। |
कष्ट- तकलीफ, पीड़ा, वेदना, दुःख। |
काग- कौआ, कागा, काक, वायस। |
कातिल- खूनी, हत्यारा, घातक। |
कामधेनु- सुरभि, सुरसुरभि, सुरधेनु। |
कायर- कापुरुष, डरपोक, बुजदिल। |
काल- समय, वक्त, वेला। |
कालकूट- जहर, विष, गरल, हलाहल। |
काला- श्याम, कृष्ण, कलूटा, साँवला, स्याह। |
किनारा- तट, तीर, कगार, कूल, साहिल। |
किरण- किरन, अंशु, रश्मि, मयूख। |
किरीट- ताज, मुकुट, शिरोभूषण। |
किश्ती- कश्ती, नाव, नौका, नैया। |
कीर- तोता, सुग्गा, सुआ, शुक। |
कुंभ- घड़ा, गागर, घट, कलश। |
कुसुम- पुष्प, फूल, प्रसून, पुहुप। |
कृश- दुबला, क्षीणकाय, कमजोर, दुर्बल, कृशकाय। |
कृषि- किसानी, खेतीबाड़ी, काश्तकारी। |
केतन- ध्वज, झंडा, पताका, परचम। |
केवट- मल्लाह, माँझी, खेवैया, नाविक। |
केसरी- शेर, सिंह, नाहर, वनराज, मृगराज, मृगेंद्र। |
कोकिल- कोकिला, कोयल, पिक, श्यामा। |
कोविद- विद्वान, पंडित, विशारद। |
कुद्ध- नाराज, कुपित, क्रोधित, क्रोधी। |
क्रूर- बेरहम, बेदर्द, बेदर्दी, बर्बर। |
क्षिप्र- तीव्र, तेज, द्रुत, शीघ्र, तुरंत। |
क्षीण- कमजोर, कृश, दुर्बल, अशक्त। |
क्षीर- दूध, गोरस, दुग्ध। |
कीर्ति- यश, ख्याति, प्रतिष्ठा, शोहरत, प्रसिद्धि। |
पर्यायवाच शब्दों – (ख )
खाना- भोज्य सामग्री, खाद्यय वस्तु, आहार, भोजन। |
खग- पक्षी, द्विज, विहग, नभचर, अण्डज, शकुनि, पखेरू। |
खंभा- स्तूप, स्तम्भ, खंभ। |
खंड- अंश, भाग, हिस्सा, टुकड़ा। |
खटमल- मत्कुण, खटकीट, खटकीड़ा। |
खद्योत- जुगनू, सोनकिरवा, पटबिजना, भगजोगिनी। |
खर- गधा, गर्दभ, खोता, रासभ, वैशाखनंदन। |
खरगोश- शशक, शशा, खरहा। |
खल- दुष्ट, बदमाश, दुर्जन, गुंडा। |
खलक- दुनिया, जगत, जग, विश्व, जहान। |
खादिम- नौकर, चाकर, भृत्य, अनुचर। |
खाविंद- पति, मियाँ, भर्तार, बालम, साजन, सैयाँ। |
खिल्ली- मखौल, ठिठोली, उपहास। |
खुदगर्ज- स्वार्थी, मतलबी, स्वार्थपरायण। |
खुदा- राम, रहीम, रहमान, अल्लाह, परवरदिगार। |
खौफ- डर, भय, दहशत, भीति। |
खून- रक्त, लहू, शोणित, रुधिर। |
खंडन करना- खंड-खंड करना, टुकड़े-टुकड़े करना, विभक्त करना, विभाजित करना, अमान्य करना, गलत ठहराना, असत्य सिद्ध करना, रद्द करना, झूठा साबित करना, अप्रमाणित करना। |
खखारना- कफोत्सारण करना, बलगम निकालना, खाँसना। |
खजाना- कोष, निधान, निधि, कोषाकार, संग्रह, भंडार, गोदाम, अजायबघर। |
खटका- आशंका, चिंता, फिक्र, अनिश्चय, अविश्वास, द्विविधा, अनिर्णय, सन्देह, संदिग्धावस्था, संदेहावस्था, खतरा, डर, भय। |
खट्टा- अम्ल, तुर्श, चुक्क। |
खत- पत्र, चिट्ठी, पाती, रेखा, लकीर। |
खतरनाक- संकटजनक, भयावह, जोखिम का, डरावना, खौफनाक, भयानक, आशंकाप्रद। |
खतरा- भय, डर, खौफ, आशंका, खटका, अंदेशा। |
खतरे में डालना- आपत्ति में छोड़ना, संकट में डालना, विपत्ति में डालना, जोखिम में डालना, आपदग्रस्त करना, विपदा में डालना, विपन्न करना। |
खबर- समाचार, हालचाल, वृतांत, संदेश, सूचना, जानकारी, संदेशा, पता, खोज, सुधि, चेत, चेतना, संज्ञा, होश। |
खबरदार- सतर्क, सावधान, सजग, जागरूक, होशियार, चौकन्ना, सचेत। |
खबर देना- सूचना देना, अवगत कराना, सूचित करना, जानकारी देना, इत्तला करना, समाचार कहना, हाल बताना, आगाह करना। |
खरगोश- शश, शशक, खरहा। |
खरा- अच्छा, बढ़िया, निर्दोष, शुद्ध, स्वच्छ, निर्मल, निःसंकोची, निष्कपट, ईमानदार, बेलाग, सच्चा। |
खराबी- दोष, अवगुण, बुराई, अधम, खोटा, गंदा, घटिया, बेकार, सड़ियल। |
खरोंच- कटाव, निशान, दरार, भंग। |
खर्च- व्यय, खपत, इस्तेमाल, उपयोग। |
खल- नीच, दुष्ट, धोखेबाज, छली, कपटी, दुर्जन, विश्वासघात, चुगलखोर, निर्लज्ज, कमीना। |
खलबली- हलचल, शोर, हल्ला, कुहराम, हंगामा, शोर-शराबा, व्याकुलता, आकुलता, व्यग्रता, कुलबुलाहट, उद्विग्नता, अशांति, घबराहट। |
खाद्य- भक्ष्य, आहार्य, खुराक, भोजन, भोज्य साम्रगी, आहार। |
खामोश- चुप, मौन, शांत, मूक, अनुच्चरित, ध्वनिरहित, नीरव, निशब्द, निरुत्तर, स्वरहीन, निस्तब्ध। |
ख़ामोशी- मौन, चुप्पी, मूकता, निशब्दता, नीरवता। |
खाल- चाम, चमड़ा, त्वचा, चर्म, चमड़ी, खल्ल, चमरू, चर्मिका। |
खाली- रिक्त, रीता, खोखला, असार, छूछा, सूना, निस्सार, रहित, विहीन, केवल, कोरा, सादा, सिर्फ। |
खालीपन- शून्यता, शून्यगर्भता, नीरवता, निर्जनता, रिक्क्ता, निस्तब्धता, खोखलापन। |
खास- विशेष, मुख्य, प्रधान, निजी, आत्मीय, प्रिया, शुद्ध-विशुद्ध, खालिस। |
खिन्न- व्यथित, चिंतित, विकल, व्यग्र, व्याकुल, आकुल, दुःखी, उदास, निरानंद, विषण्ण, म्लान, अन्यमनस्क, अप्रसन्न। |
खीझ- चिढ, कुढ़न, झुँझलाहट, झल्लाहट, रोष। |
खीझना- झुँझलाना, ठुनकना, झल्लाना, चिढ़ना। |
खुश- सानंद, हर्षोत्फुल्ल, हर्षजनक, हर्षित, आनंदित, आनंद। |
खुशबूदार- सुवासित, सुगंधित, सुरभित, सुगंधपूर्ण। |
खुशामद करना- चाटुकारिता करना- चापलूसी करना, झूठी तारीफ करना, तलवे चाटना, मक्खन लगाना। |
खूँखार- क्रूर, निर्दय, निर्मम, जालिम, भयानक, भयंकर, भयावह, दारुण, डरावना, रौद्र, खूनी, हिंसक, घातक, जानलेवा, प्राणघातक। |
खूँटी- मेख, टंगनी, कील। |
खूनी- रक्तपिपासु, हत्यारा, कातिल, हिंसक। |
खूबसूरती- लावण्य, मनोहरता, सुन्दरता, रमणीयता, चारुता, सौंदर्य, सुगठन, कांति, शोभा, श्री, मनोज्ञता। |
खेती- कृषि, कृषिकर्म, किसानी, काश्तकारी, काश्त, कृषिकार्य, खेतीबाड़ी। |
खेद- ग्लानि, दुःख, रंज, शोक, मनोव्यथा, अनुताप, कचोट, संताप, अफ़सोस, मलाल, रंज। |
खोज- तलाश, अनुसंधान, अविष्कार, अन्वेषणा, जाँच-पड़ताल, अन्वेषण, शोध, अन्वीक्षण, छानबीन, तफतीश, तहकीकात। |
खोजना- मालूम करना, ढूँढ निकालना, टोह लेना, पता लगाना, ढूँढना, जाँच-पड़ताल करना, गवेषणा करना, छानबीन करना, अनुसंधान करना, अन्वेषण करना, तलाश करना, पूछताछ करना, तफतीश करना, तहकीकात करना। |
खोजने वाला- अनुसंधानकर्त्ता, अन्वेषणकर्त्ता, अन्वेषक, पता लगाने वाला, तलाश करने वाला। |
खोटा- अशुद्ध, मिलावटी, दूषित, विकृत, झूठा, नकली, बनावटी, अनुचित, खराब, बुरा। |
ख्याल- ध्यान, विचार भाव, सम्मति, आदर, लिहाज, सम्मान, मनोवृति, ध्यान। |
पर्यायवाच शब्दों – (ग)
गणेश- विनायक, गजानन, गौरीनंदन, मूषकवाहन, गजवदन, विघ्रनाशक, भवानीनन्दन, विघ्रराज, मोदकप्रिय, मोददाता, गणपति, गणनायक, शंकरसुवन, लम्बोदर, महाकाय, एकदन्त। |
गंगा- देवनदी, मंदाकिनी, भगीरथी, विश्नुपगा, देवपगा, ध्रुवनंदा, सुरसरिता, देवनदी, जाह्नवी, सुरसरि, अमरतरंगिनी, विष्णुपदी, नदीश्वरी, त्रिपथगा। |
गज- हाथी, हस्ती, मतंग, कूम्भा, मदकल । |
गाय- गौ, धेनु, सुरभि, भद्रा, दोग्धी, रोहिणी। |
गृह- घर, सदन, गेह, भवन, धाम, निकेतन, निवास, आगार, आयतन, आलय, आवास, निलय, मंदिर। |
गर्मी- ताप, ग्रीष्म, ऊष्मा, गरमी, निदाघ। |
गुरु- शिक्षक, आचार्य, उपाध्याय। |
गणेश- विनायक, गणपति, लंबोदर, गजानन्। |
गंगा- भगीरथी, मंदाकिनी,सुरसरिता, देवनदी, जाहनवी। |
गरुड़- खगेश, पत्रगारि, उरगारि, हरियान, वातनेय, खगपति, सुपर्ण, विषमुख। |
गँवार- अशिष्ट, असभ्य, उजड्ड। |
गऊ- गैया, गाय, धेनु। |
गगन- आसमान, आकाश, नभ, व्योम, अंतरिक्ष। |
गज- हाथी, गय, गयंद, गजेंद्र, मतंग, मराल, फील। |
गजानन- गणेश, एकदंत, विनायक, विनायक, विघ्नेश, लंबोदर। |
गन्ना- ईख, इक्षु, उक्षु, ऊख। |
गरदन- गला, कंठ, ग्रीवा, गलई। |
गल्ला- अन्न, अनाज, फसल, खाद्यान्न। |
गाँव- ग्राम, देहात, खेड़ा, पुरवा, टोला। |
गाथा- कथा, कहानी, किस्सा, दास्तान। |
गाना- गान, गीत, नगमा, तराना। |
गाफिल- बेखबर, बेपरवाह, असावधान। |
गिरि- पहाड़, मेरु, शैल, महीधर, धराधर, भूधर। |
गिरिराज- हिमालय, पर्वतराज, पर्वतेश्वर, शैलेंद्र, गिरीश, गिरींद्र। |
गीदड़- श्रृंगाल, सियार, जंबुक, निशामृग, डरपोक, बुझदिल। |
गुनाह- अपराध, कसूर, खता, दोष। |
गुलामी- दासता, परतंत्रता, परवशता। |
गेहूँ- कनक, गोधूम, गंदुम। |
गोद- अंक, क्रोड़, गोदी। |
गोधूलि- साँझ, संध्या, शाम, सायंकाल। |
ग्रामीण- ग्राम्य, ग्रामवासी, देहाती। |
ग्राह- मगरमच्छ, घड़ियाल, मगर, झषराज। |
गदहा- खर, गर्दभ, धूसर, रासभ, बेशर, चक्रीवान, वैशाखनन्दन। |
गंदा- मैला, मलिन, अस्वच्छ, गँदला, अपरिष्कृत, कलुषित, बुरा, अशुद्ध, खराब, घृणित, घिनौना, गलीज, फूहड़, कुत्सित, वीभत्स, भ्रष्ट, अशिष्ट, अश्लील। |
गंधर्व- देवजन, सुरगायक, विद्याधर, दिव्यगायक, किन्नर। |
गंभीर- अथाह, गहरा, अतल, घना, गहन, सघन, भारी, विकट, घोर, भावसंयमी, भावगोप्ता, संयत, धीर, शांत, सरल, अप्रदर्शनशील, गूढ़, जटिल, कठिन, दुर्गम, दुर्भेद्य, दुरुह। |
गजब- आश्चर्य, कमाल, अजूबा, क्रोध, गुस्सा, रोष, कोप, विपत्ति, आपत्ति, संकट, अन्याय, जुल्म, अंधेर, अनर्थ, अनिष्ट। |
गण- झुंड, समूह, समुदाय, जत्था, कबीला, श्रेणी, जाति, कोटि, वर्ग, सेवक, दूत, अनुचर, अनुयायी। |
गणना- हिसाब-किताब, जनगणना, आकलन, गिनती, संख्या। |
गति- चाल, वेग, रफ़्तार, गमन, हरकत, स्पंदन, दशा, अवस्था, हाल, हालत, स्थिति, माया, लीला। |
गतिशील- चल, अस्थिर, चलनशील, चलंत, चलता-फिरता, गतिमान। |
गदर- हलचल, खलबली, उपद्रव, बलवा, विद्रोह, बगावत, क्रांति। |
गरदन- ग्रीवा, गला। |
गरम- उष्ण, तप्त, तपित, प्रचण्ड, तीक्ष्ण, उग्र, कुद्ध, क्रोधी। |
गरीब- निर्धन, दरिद्र, दीन, दीनहीन, कंगाल, मुफ़लिस, अभावग्रस्त। |
गर्भ- भ्रूण, गर्भपिण्ड, अर्भ, अर्भक। |
गर्म- उष्ण, उत्तप्त, तप्त, ज्वलंत। |
गर्व- गौरव, नाज, फ़ख, अभिमान, घमंड। |
गवाही- अभिसाक्ष्य, मौखिक, साक्ष्य, मुखसाक्ष्य, प्रतिज्ञान, प्रमाणित कथन, शब्द-प्रमाण, शपथपूर्वक घोषणा, प्रत्यादर्शी, साक्षी। |
गहन- अभेद्य, दुर्गम, घना, निविड़, सघन, गंभीर, गहरा। |
गाड़ी- शकट, सवारी, वाहक, यान, वाहन, बैलगाड़ी। |
गायत्री- वेदमाता, सावित्री, ब्राह्मीसरस्वती। |
गायब- ओझल, अदृश्य, अंतर्धान, तिरोहित, लुप्त, विलुप्त, विलीन, छूमंतर, रफूचक्कर, नौ दो ग्यारह, अविद्यमान, गुम, लापता। |
गाली- अपशब्द, दुर्वचन, अशिष्ट-उक्ति, अश्लील कथन, गाली-गलौज, अपभाषा, कुत्सित भाषा, बदजबानी। |
गिड़गिड़ाना- अनुनय करना, विनय करना, विनती करना, निवेदन करना, मिन्नत करना, प्रार्थना करना, याचना करना, अभ्यर्थना करना, घिघियाना। |
गिनती- गणन, गणना, लेखा, हिसाब। |
गिरना- पतित होना, स्खलित होना, फिसलना-फिसलाना, नीचे आ जाना, कमी आना, घटना, गिरावट आना, पतन, लुढ़कना। |
गिरवी रखना- बंधक रखना, रेहन रखना। |
गिरावट- अपकर्ष, अधःपात, पतन, अधः पतन, अपकर्षण। |
गीला- आर्द्र, अशुष्क, सिक्त, तर, नम, भीगा। |
गुंजाइश- स्थान, जगह, अवकाश, सुभीता, समाई, सहूलियत। |
गुंडा- लुच्चा, लफ़ंगा, बदमाश, आवारा, उपद्रवकारी, शोहदा, आततायी, कलहकारी, अत्याचारी, आतंकी, उद्दंड, दुष्ट। |
गुड़िया- पुत्रिका, पुत्तलिका, पांचालिका, पुतली। |
गुण- विशेषता, खूबी, योग्यता, निपुणता, प्रवीणता, काबिलियत। |
गुणगान करना- वंदना करना, स्तुति करना, स्तवन करना, कीर्तन करना, यशोगान करना। |
गुणी- गुणवान, गुण संपन्न, निष्णात, प्रवीण, पारंगत, योग्य, लायक, हुनरमंद। |
गुदगुदाना- सहलाना, खुजलाना, सिहरा देना, पुलकित कर देना। |
गुप्त- छिपा हुआ, अप्रत्यक्ष, परोक्ष, अप्रकट, गोपित, गूढ़, प्रच्छन्न, अंतर्निहित, गूढ़, कठिन, जटिल। |
गुप्तचर- चर, खुफिया, जासूस, भेदिया। |
गुमराह- भ्रांत, विभ्रांत, विपथगामी, पथभ्रष्ट, मार्गच्युत, भूलाभटका। |
गुमसुम- चुप, खोया-खोया, अन्यमनस्क, आत्मविस्मृत, आत्मविभोर। |
गुलछर्रे उड़ाना- आमोद-प्रमोद करना, ख़ुशी मनाना। |
गुलाम- दास, सेवक, नौकर, अनुचर, परतंत्र, पराधीन, परवश। |
गूँगा- मूक, आवाक, मौन, चुप, नीरव, वाणीहीन, बेजबान। |
गूँज- प्रतिनिनाद, निनाद, प्रतिनाद, प्रतिध्वनि। |
गूँजना- ध्वनि, निकालना, कूंजना, प्रतिध्वनित होना। |
गूढ़- गुप्त, अप्रकट, अज्ञात, अदृश्य, अदृष्ट, अस्पष्ट, प्रच्छन्न, गोपनीय, अप्रकाशित, जटिल, दुरुह, दुर्बोध, रहस्यमय, गहन, गंभीर, गूढ़ार्थ, रहस्यपूर्ण, पेचीदा, सांकेतिक, क्लिष्ट। |
गोप- गोरक्षक, अहीर, ग्वाला गोपालक। |
गोबरगणेश- मूर्ख, अनाड़ी, बेवकूफ, जड़। |
गोरा- गौर, धवल, श्वेतपूर्ण, हिमवर्ण। |
गौण- अप्रसांगिक, अप्रधान, अप्रमुख, सहायक। |
गौतमबुद्ध- शाक्यसिंह, गौतम, मायासुत, शाक्यमुनि, मारजित्, लोकजित्। |
गौरव- स्वाभिमान, गर्व, घमंड, बड़प्पन, महत्त्व, गुरुता, गुरुत्व, इज्जत, सम्मान, उत्कर्ष, उन्नति, गंभीरता, गहनता, कीर्ति। |
ग्वालिन- अहिरिन, गोपी, गोपवधू। |
पर्यायवाच शब्दों – (घ )
घट- घड़ा, कलश, कुम्भ, निप। |
घर- आलय, आवास, गेह, गृह, निकेतन, निलय, निवास, भवन, वास, वास-स्थान, शाला, सदन। |
घृत- घी, अमृत, नवनीत। |
घटना- हादसा, वारदात, वाक्या। |
घन- मेघ, बादल, घटा, अंबुद, अंबुधर। |
घना- घन, सघन, घनीभूत, घनघोर, गझिन, घनिष्ठ, गहरा, अविरल। |
घपला- गड़बड़ी, गोलमाल, घोटाला। |
घमंड- दंभ, दर्प, गर्व, गरूर, गुमान, अभिमान, अहंकार। |
घुड़सवार- अश्वारोही, तुरंगी, तुरंगारूढ़। |
घुमक्कड़- भ्रमणशील, पर्यटक, यायावर। |
घूँस- घूस, रिश्वत, उत्कोच। |
घोड़ा- तुरंग, हय, घोट, घोटक, अश्व। |
घटक- कलश, घड़ा, कुम्भ, संघटक, कारक, तत्व, अवयव, अंग, उपांश, भाग, उपादान। |
घटना- वाकया, माजरा, मामला। |
घटाना- कम करना, न्यून करना, हलका करना, अल्पीकरण, अवशमन करना। |
घटिया- हेय, हीन, हलका, निकृष्ट, कुत्सित, गर्हित, अपकृष्ट, ओछा, तुच्छ, अधम नीच, खोटा। |
घबड़ा देना- अवाक् कर देना, व्याकुल कर देना, आकुल करना, व्यग्र करना, चौंका देना, उलझन में डालना, चकरा देना। |
घबराना- हड़बड़ाना, उतावला होना, अधीर होना, अकुलाना, विचलित होना, चलायमान होना, हैरान होना, परेशान होना, अशांत होना। |
घबराहट- आकुलता, व्याकुलता, विमूढ़ता, अधीरता, क्षोभ, हड़बड़ी, परेशानी, आतुरता, खलबली, हैरानी, बेचैनी, विक्षिप्ति। |
घरेलू- हिला-मिला हुआ, सधा हुआ, पला हुआ, पालतू। |
घाट- भरणतट, घट्ट, नदीतट अवस्थानतट। |
घाटा- हानि, टोटा, नुकसान। |
घातक सांहातिक- प्राणनाशक, प्राणांतक, मारक, विनाशक, विषैला, विनाशकारी, मारू, जानलेवा, मृत्युजनक। |
घायल- जख्मी, आहत, क्षत-विक्षत। |
घाव- जख्म, व्रण, क्षत, चोट, चीरा। |
घिनौना- घृण्य, घृणोत्पादक, घृणास्पद, तिरस्करणीय, घृणाजनक, फूहड़, भद्दा, भोंडा, नफ़रत, अरुचि, चिढ, अरुचिकर, अप्रिय। |
घुटना- ठेघुँना, घुटिक, साँस रुकना। |
घुमाना- चक्कर देना, फेरा देना, नचाना, गोलाई में चलाना, सैर कराना, टहलाना, भ्रमण कराना, रमाना, विचरण कराना। |
घुसना- प्रवेश करना, पैठना, अन्दर जाना, दाखिल होना, भेदन करना, चुभना, आरपार होना। |
घूँघट- मुखावरण, पर्दा, नकाब, अवगुंठन, बुर्का। |
घूँसा- मुष्टिक, मुष्टिका, मुक्का। |
घूस- रिश्वत, उत्कोच, चाँदी का जूता, बड़ा चूहा। |
घृणा- नफ़रत, घिन, जुगुप्सा, अरुचि, कुत्सा, विराग, अप्रीति, चिढ़ विरक्ति, विमुखता, ऊब। |
घृणाजनक- घृणात्मक, घनौना वितृष्णाजनक, कुत्सित, विरक्तिकर, वमनोत्पादक, अप्रीतिकर अप्रिय। |
घृणापूर्ण- अवज्ञासूचक, तिरस्कारी, घृणित, तिरस्कारपूर्ण, अवमानी, अवहेलनात्मक। |
घृणित- हेय, तुच्छ, नगण्य, हीन, नीच, बुरा, खराब, निंद्य, तिरस्करणीय, तिरस्कृत। |
घेरा- मंडल, वलय, वृत्त, चक्र, परिधि, क्षेत्र, दायरा, सीमा, मर्यादा। |
घोड़ी- अश्वा, घोटिका। |
घोर- विकराल, भीषण, भयंकर, भयानक, डरावना, उग्र, दारुण, तीव्र, अतिशय, अधिक, अत्यधिक, प्रचुर, बहुत। |
घोषणा- उद्घोषण, ऐलान, सूचना, विज्ञप्ति, अधिसूचना, डुग्गी। |
घोषणा-पत्र- ज्ञापन-पत्र, नीति-घोषपत्र, घोष-पत्र, मैनिफैस्टो। |
घास- तृण, दूर्वा, दूब, कुश, शाद। |
पर्यायवाच शब्दों – (च)
चन्द्र- चाँद, सुधांशु, सुधाधर, राकेश, सारंग, निशाकर, निशापति, रजनीपति, मृगांक, कलानिधि, हिमांशु, इंदु, सुधाकर, विधु, शशि, चंद्रमा, तारापति। |
चंद्रमा- चाँद, हिमांशु, इंदु, सुधांशु, विधु, तारापति, चन्द्र, शशि, कलाधर, निशाकर, मृगांक, राकापति, हिमकर, राकेश, रजनीश, निशानाथ, सोम, मयंक, सारंग, सुधाकर, कलानिधि। |
चरण- पद, पग, पाँव, पैर, पाद। |
चतुर- विज्ञ, निपुण, नागर, पटु, कुशल, दक्ष, प्रवीण, योग्य। |
चोर- तस्कर, दस्यु, रजनीचर, मोषक, कुम्भिल, खनक, साहसिक। |
चाँदनी- चन्द्रिका, कौमुदी, ज्योत्स्ना, चन्द्रमरीचि, उजियारी, चन्द्रप्रभा, जुन्हाई। |
चाँदी- रजत, सौध, रूपा, रूपक, रौप्य, चन्द्रहास। |
चन्द्रिका- चाँदनी, ज्योत्स्ना, कौमुदी। |
चंट- चालाक, घाघ, काइयाँ। |
चंडी- दुर्गा, अंबा, काली, कालिका, जगदंबिका, भगवती। |
चंदन- गंधराज, गंधसार, मलयज। |
चंद्रशेखर- महादेव, शिव, शंभु, शंकर, महेश्वर, नीलकंठ, आशुतोष। |
चक्षु- नैन, आँख, दीदा, लोचन, नेत्र, नयन। |
चतुरानन- विधाता, ब्रह्मा, सृष्टा, सृष्टिकर्ता। |
चना- चणक, रहिला, छोला। |
चर्मकार- मोची, चमार, पादुकाकार। |
चारबाग- बाग, बगीचा, उपवन, उद्यान। |
चारु- कमनीय, मनोहर, आकर्षक, खूबसूरत। |
चावल- तंदुल, धान, भात। |
चिट्ठी- पत्र, पाती, खत। |
चिराग- दीया, दीपक, दीप, शमा। |
चूहा- मूसा, मूषक, मुसटा, उंदुर। |
चेरी- दासी, सेविका, बाँदी, नौकरानी, अनुचरी। |
चेला- शागिर्द, शिष्य, विद्यार्थी। |
चेहरा- शक्ल, आनन, मुख, मुखड़ा। |
चोरी- स्तेय, चौर्य, मोष, प्रमोष। |
चौकन्ना- सचेत, सजग, सावधान, जागरूक, चौकस। |
चौकीदार- प्रहरी, पहरेदार, रखवाला। |
चौमासा- वर्षाकाल, वर्षाऋतु, बरसात। |
चंचल- उतावला, डाँवाडोल, क्षणिक, पलायनशील, परिवर्तनशील, अस्थिर, अधीर, अशांत, चुलबुला, नटखट, चपल, अगंभीर, अवज्ञापूर्ण, अलमस्त। |
चकराना- चक्कर खाना, सिर घूमना, घूमना, फिरना, घूमता-सा दिखाई देना। |
चकोर- जिवाजिव, ज्योत्स्नाप्रिय, मनाल, जीवंजीव, जलचंचु, चंद्रिकायायी, सुलोचन। |
चक्र- पहिया, चक्की, फेरा, चक्कर, भँवर, घूर्णन, आवर्त, घुमाव, फेर, घूम, बल, पदक, मेडल। |
चढ़ना- अधिरोहण करना, आरोहण करना, सवार होना, सवारी करना, उदय होना, ऊपर उठना, ऊपर होना। |
चढ़ाव- आरोहण, आरोहन, प्ररोहण, आरोह। |
चमक- प्रकाश, ज्योति, रोशनी, दमक, प्रभा, झलक, झलमल, चमक-दमक, रौनक, जगमगाहट। |
चमकीला- आभामय, उज्ज्वल, चमकदार, प्रकाशमान, चटकीला, भड़कदार, आलोकित, अमिताभ। |
चमत्कार- करिश्मा, करामात, करतब, तिलस्म। |
चरित्र- चाल-चलन, चलन स्वभाव, व्यवहार, आचरण, करनी, शील, सदाचार, आचार। |
चरित्रहीन- चरित्रभ्रष्ट, दुश्चरित्र, अनैतिक, दुराचारी, कामुक, व्यभिचारी, व्यसनी, बदचलन, अधम, अवारा। |
चर्चा- वर्णन, विवेचन, जिक्र, बयान, वार्तालाप, बातचीत, अफवाह। |
चलना- गमन करना, आगे बढ़ना, पधारना, पदार्पण करना, बढ़ना, प्रस्थान करना, निकलना, जाना। |
चश्मा- सोता, स्रोत, झरना, ऐनक। |
चहल- आनंदोत्सव, धूमधाम, चहल-पहल, रौनक। |
चांडाल- अंत्यज, श्वपच, शुद्र, अस्पृश्य, अछूत, श्वपाक, नीच, पतित। |
चाटुकारी- चापलूसी, अनुनय, खुशामद, लल्लोचप्पो। |
चापलूस- चाटुकार, खुशामदी, प्रियवदी, मिठबोला, पराश्रमी, मक्खनबाज, चमचा, परजीवी, अत्यनुरोधी। |
चाबुक- कषा, कश, बेंत, सोंटा, चमोटी। |
चाल- गति, वेग, रफ़्तार, आचरण, चाल-ढाल, बनावट, रीति, रस्म, प्रथा, ढंग, प्रकार, चालाकी, चतुराई। |
चाल- चलन-समानुष्ठान, अनुचेष्ठा, चेष्टा, आचरण, गतिविधि, व्यवहार, बर्ताव, शिष्टाचार, सदाचार। |
चाह- प्रेम, प्रीति, अनुराग, इच्छा, कामना, अभिलाषा, अरमान, ललक, मनोरथ, आवश्यकता, जरूरत, मांग, रहस्य, गुप्त भेद। |
चिन्ता- ध्यान, फिक्र, सोच, ऊहापोह, परवाह, विचार, उद्विग्नता, अधीरता, रंज, दुःख, शोक व्यथा। |
चिकना- स्निग्ध, तैलाक्त, तेलिया, रोगनी, स्नेहिल, निर्जज्ज, बेशर्म, बेहया। |
चिकित्सा- उपचार, इलाज, दवादारू। |
चिकित्सालय- अस्पताल, दवाखाना, शफाखाना, औषधालय। |
चिड़चिड़ा- तुनुक-मिजाज, बिगड़ैल, बदमिजाज। |
चिढ़ना- कुढ़ना, खीझना, चिड़चिड़ाना, झल्लाना, अप्रसन्न होना। |
चितकबरा- कबरा, चितला, शबल, रंजित, चित्रक, नानावर्ण, बहुवर्णी, बहुरंगी, चित्र-विचित्र। |
चिन्ह- लक्षण, निशान, छाप, पहचान, संकेत, प्रतीक, सूचक, द्योतक। |
चीख- क्रंदन, आक्रंदन, कर्कशनाद, चीत्कार, चिल्लाहट, कूक। |
चीज- पदार्थ, वस्तु, द्रव्य। |
चीनी- शर्करा, शक़्कर, खांड। |
चीरफाड़- शस्त्र कर्म, शस्त्र क्रिया, शस्त्रोपचार, शल्यकर्म, शल्योपचार, अस्त्रचिकित्सा। |
चुंगी- उत्पादन कर, पथकर, सीमाकर, सीमाशुल्क, उत्पादशुल्क, उत्पादकर, सरकारी महसूल, शुल्क। |
चुकौती- निस्तार, निस्तारण, भुगतान, ऋणमुक्ति, ऋणमोचन, ऋण भुगतान। |
चुगली- परिवाद, प्रवाद, कुत्सा, निंदा, द्वेषपूर्ण, चुगलखोरी। |
चुप- मौन, अवाक्, चुपचाप, खामोश, निशब्द, शांत, गुमसुम, नीरव। |
चूँकि- कारण यह है कि, क्योंकि, यह देखते हुए कि, जबकि, इसलिए कि। |
चूड़ी- कंकण, कंगन, कंगना, चूड़ा। |
चेतना- चेत, होश, ज्ञान, मनोज्ञान, संज्ञा, सुधबुध, बोध, विचारना, समझना, सावधान होना। |
चोर- तस्कर, गिरहकट, उठाइगीर, कजाक, चोट्टा, उचक्का, जेबकतरा, निशाचर, रजनीचर। |
चोली- अंगिया, कंचुकी, अंगरखा, वक्षरक्षिका, वक्षावरण। |
चौंध- झलक, झपक, चमक, झिलमिलाहट। |
चौक- आँगन, सेहन, चबूतरा, चौहट्टा। |
चौकसी- निगरानी, निगहबानी, सावधानी, होशियारी सजगता, सर्तकता। |
चोटी- मूर्धा, शीश, सानु, शृंग। |