पर्यायवाच शब्दों – (श)
शेर-हरि, मृगराज, व्याघ्र, मृगेन्द्र, केहरि, केशरी, वनराज, सिंह, शार्दूल, हरि, मृगराज। |
शिव- भोलेनाथ, शम्भू, त्रिलोचन, महादेव, नीलकंठ, शंकर। |
शरीर- देह, तनु, काया, कलेवर, वपु, गात्र, अंग, गात। |
शत्रु- रिपु, दुश्मन, अमित्र, वैरी, प्रतिपक्षी, अरि, विपक्षी, अराति। |
शिक्षक- गुरु, अध्यापक, आचार्य, उपाध्याय। |
शेषनाग- अहि, नाग, भुजंग, व्याल, उरग, पन्नग, फणीश, सारंग। |
शुभ्र- गौर, श्वेत, अमल, वलक्ष, धवल, शुक्ल, अवदात। |
शहद- पुष्परस, मधु, आसव, रस, मकरन्द। |
शंका- 1. संदेह, शक, आशंका, अंदेशा, अनिर्णय 2. भय, डर, खौफ। |
शंकित- 1. शंकाशील, संशययुक्त, आशंकाग्रस्त, संदेहास्पद 2. भयभीत, डरपोक, भयाकुल। |
शकुन- सगुन, शुभ मुहूर्त, शुभसूचक चिन्ह। |
शक्ति- बल, ताकत, जोर, क्षमता। |
शक्तिशाली- बलवान, ताकतवर, जोरदार, ओजस्वी, समर्थ। |
शठ- धूर्त, चालाक, लुच्चा, बदमाश, दुष्ट, कपटी। |
शतक- शताब्दी, सदी, सौ, सैकड़ा। |
शनैः- धीरे, आहिस्ता, हौले। |
शनैश्चर- शनि, छायासुत, रविनंदन, मंदग्रह। |
शपथ- सौंगंध, कसम, प्रतिज्ञा, प्रण। |
शब्द- स्वर, ध्वनि, संख, घोष, लफ्ज, कथन। |
शब्दकोश- शब्द संग्रह, शब्द संकलन, शब्दावली, शब्दार्थिका। |
शमन- दमन, नियंत्रण, काबू, रोक। |
शरण- आश्रय, रक्षा, बचाव, छाँह, छत्रछाया। |
शराब- मदिरा, दारू, वारुणी, मय, सुरा। |
शराबखाना- मदिरालय, दारू-खाना, मयखाना, सुरालय, सुरा-सदन, हौली। |
शराबी- मद्यप, पियक्कड़, दारूबाज, मदिरासेवी। |
शरीफ- भला, सज्जन, कुलीन, शिष्ट, विनीत। |
शर्त- बाजी, दाँव, प्रतिबंध, अनुबंध। |
शर्म- लाज, लज्जा, हया, संकोची, शर्मिन्दगी। |
शर्मीला- लज्जालु, लज्जाशील, संकोची, लजीला, एकांतप्रेमी। |
शव- मुर्दा, लाश, मिट्टी, लोथ, पर्थिव-शरीर। |
शस्त्र- आयुध, अस्त्र, हथियार, युद्ध-साम्रगी। |
शस्त्रधारी- सशस्त्र, हथियारबंद, सायुध। |
शांत- चुप, मौन, गंभीर, संवेगहीन, आवेशरहित, खामोश, स्थिर। |
शादी- विवाह, ब्याह, पाणिग्रहण, परिणय, गठबंधन। |
शानदार- ऐश्वर्यशाली, वैभवशाली, भव्य, दिव्य, विलासपूर्ण, शोभनीय। |
शाप- अभिशाप, बद्दुआ, अभिशाप, श्राप। |
शामत- दुर्भाग्य, अभाग्य, बदकिस्मती, विपत्ति, दुर्दशा, खराबी। |
शायरी- काव्य, कविता, पद्य, छंद। |
शालीन- शिष्ट, सभ्य, भद्र, विनीत, नम्र। |
शाश्वत- नित्य, सदैव, निरन्तर, लगातार, सर्वकालिक, चिरस्थायी, अविरत, अक्षम। |
शासन- 1. आज्ञा, आदेश, हुक्म 2. हुकूमत, प्रशासन, अनुशासन, प्रभुत्व, स्वामित्व। |
शिकायत- गिला, शिकवा, निंदा, बुराई। |
शिकार- आखेट, मृगया, अहेर। |
शिक्षक- अध्यापक, उपदेशक, गुरु, आचार्य, मास्टर, टीचर। |
शिक्षा- 1. पढ़ाई-लिखाई, शिक्षण, विद्या 2. उपदेश, ज्ञान, सबक, सीख 3. परामर्श, सलाह, राय। |
शिखर- शिरा, चोटी, शिखा, श्रृंग। |
शिखा- चोटी, चुंडी। |
शिथिल- 1. सुस्त, धीमा, मंद, ढीला, आलसी 2. दुर्बल, कमजोर। |
शिरा- नाड़ी, नस, धमनी। |
शिला- पाषाण, सिल, पत्थर, चट्टान। |
शिल्पी- वास्तुशास्त्री, कारीगर, शिल्पकार, दस्तकार। |
शिशिर- जाड़ा, शीतकाल, पाला, सर्दी, ठंडी। |
शिशु- बालक, बच्चा, बाल, लड़का। |
शीघ्र- तुरन्त, झटपट, तत्काल, फौरन, चटपट, जल्दी। |
शीर्ष- 1. सिर, कपाल 2. सिरा, चोटी, शिखर, शिखा। |
शुक्ल- उजला, सफेद, श्वेत, उज्ज्वल। |
शुचि- पवित्रता, शुद्धता, स्वच्छ्ता, सफाई, पवित्र, शुद्ध, निर्मल। |
शुद्ध- विशुद्ध, साफ, चोखा, निर्दोष, स्वाभाविक, पवित्र, निर्मल। |
शुद्धि- स्वच्छ्ता, सफाई, पवित्रता, निर्मलता। |
शुभ- 1. शिव, शुभकर, मंगल, माँगलिक, कल्याणकारी 2. मंगल, कल्याण, भलाई। |
शुरुआत- प्रारम्भ, पहल, श्रीगणेश। |
शुष्क- 1. सूखा, रसहीन, नीरस 2. स्नेहरहित, ह्रदयहीन, शून्य। |
शून्य- 1. खाली जगह, रिक्त स्थान 2. एकांत स्थान, निर्जन स्थान, जनशून्य स्थान। |
शूर- वीर, बहादुर, योद्धा, शूरवीर, साहसी। |
शूल- पीड़ा, दर्द, चुभन। |
श्रृंखला- 1. क्रम, सिलसिला 2. श्रेणी, कतार, पंक्ति। |
श्रृंगार- साज, सजावट, ठाट, सिंगार, अलंकरण, रूपसज्जा। |
शेखर- शीर्ष, सिर, खोपड़ी, कपाल, मूंड, मस्तक। |
शेखी- गर्व, घमंड, अभिमान, ऐंठ, शान, अकड़। |
शैली- चाल, ढंग, प्रणाली, तर्ज, तरीका, विधि। |
शोध- 1. दुरुस्ती, शुद्धि 2. जाँच, परीक्षा, पड़ताल, छानबीन। |
शोभन- 1. सुन्दर, मनमोहक, मनोहर, सुहावना सजीला 2. उत्तम, श्रेष्ठ, उचित, उपयुक्त। |
शोभा- श्री, सुषमा, विभा, आभा, सौंदर्य, सुन्दरता, चमक, सजावट। |
श्मशान- मरघट, मसान, मुरदघट्टा, मृतकदाह स्थान, कब्रिस्तान। |
श्रमिक- श्रमजीवी, मजदूर, कामकर, मेहनतकश। |
श्री- 1. धन, संपत्ति, वैभव, ऐश्वर्य 2. शोभा, सौंदर्य, रमणीयता 3. कांति, चमक, आभा, प्रभा, चमक। |
श्रेय- अच्छा, बढ़िया, बेहतर, श्रेष्ठ, उत्तम, उत्कृष्ट। |
श्लाघा- प्रशंसा, तारीफ, स्तुति, बड़ाई, खुशामद, चापलूसी। |
श्रेष्ठ- अद्वितीय, उत्कृष्ट, उत्तम, सर्वोत्तम, अनुपम। |
श्लाघा- प्रशंसा, तारीफ, स्तुति, बड़ाई, खुशामद, चापलूसी। |
श्वास- प्राण, साँस, दम, संजीवनी, वायु। |
श्वेत- उजला, उज्ज्वल, गोरा, साफ, दुग्धवत, रजतसदृश। |
पर्यायवाच शब्दों – (ष)
षंड- हीजड़ा, नपुंसक, नामर्द। |
षंजन- आर्लिगन, मिलन। |
षंडाली- तालाब, ताल। |
षटक- छः गुना, छः में खरीदा हुआ, छठी बार होने या किया जाने वाला, छः की संख्या। |
षड्यंत्र- साजिश, कुचक्र, कूट-योजना। |
षोडशी- दस या बारह महाविद्यालयों में से एक, सोलह वर्ष की स्त्री, सोलह वस्तुओं का वर्ग। |
षडानन- षटमुख, कार्तिकेय, षाण्मातुर। |
पर्यायवाच शब्दों – (स)
समुद्र- सागर, पयोधि, उदधि, पारावार, नदीश, नीरनिधि, अर्णव, पयोनिधि, अब्धि, वारीश, जलधाम, नीरधि, जलधि, सिंधु, रत्नाकर, वारिधि। |
समूह- दल, झुंड, समुदाय, टोली, जत्था, मण्डली, वृंद, गण, पुंज, संघ, समुच्चय। |
सरस्वती- गिरा, भाषा, भारती, शारदा, ब्राह्यी, वाक्, जातरूप, हाटक, वीणापाणि, विमला, वागीश, वागेश्वरी। |
सुमन- कुसुम, मंजरी, प्रसून, पुष्प, फूल । |
सीता- वैदेही, जानकी, भूमिजा, जनकतनया, जनकनन्दिनी, रामप्रिया। |
सर्प- साँप, अहि, भुजंग, ब्याल, फणी, पत्रग, नाग, विषधर, उरग, पवनासन। |
सोना- स्वर्ण, कंचन, कनक, सुवर्ण, हाटक, हिरण्य, जातरूप, हेम, कुंदन। |
सूर्य- रवि, सूरज, दिनकर, प्रभाकर, आदित्य, मरीची, दिनेश, भास्कर, दिनकर, दिवाकर, भानु, अर्क, तरणि, पतंग, आदित्य, सविता, हंस, अंशुमाली, मार्तण्ड। |
सिंह- केसरी, शेर, महावीर, व्याघ्र, पंचमुख, मृगेन्द्र, केहरी, केशी, ललित, हरि, मृगपति, वनराज, शार्दूल, नाहर, सारंग, मृगराज। |
सम- सर्व, समस्त, सम्पूर्ण, पूर्ण, समग्र, अखिल, निखिल। |
समीप- सन्निकट, आसन्न, निकट, पास। |
सभा- अधिवेशन, संगीति, परिषद, बैठक, महासभा। |
सुन्दर- कलित, ललाम, मंजुल, रुचिर, चारु, रम्य, मनोहर, सुहावना, चित्ताकर्षक, रमणीक, कमनीय, उत्कृष्ट, उत्तम, सुरम्य। |
सन्ध्या- सायंकाल, शाम, साँझ, प्रदोषकाल, गोधूलि। |
स्त्री- सुन्दरी, कान्ता, कलत्र, वनिता, नारी, महिला, अबला, ललना, औरत, कामिनी, रमणी। |
सुगंधि- सौरभ, सुरभि, महक, खुशबू। |
स्वर्ग- सुरलोक, देवलोक, दिव्यधाम, ब्रह्मधाम, द्यौ, परमधाम, त्रिदिव, दयुलोक। |
स्वर्ण- सुवर्ण, कंचन, हेन, हारक, जातरूप, सोना, तामरस, हिरण्य। |
सहेली- अलि, भटू, संगिनी, सहचारिणी, आली, सखी, सहचरी, सजनी, सैरन्ध्री। |
संसार- लोक, जग, जहान, भूमण्डल, दुनियाँ, भव, जगत, विश्व। |
सरस्वती- गिरा, शारदा, भारती, वीणापाणि, विमला, वागीश, वागेश्वरी। |
सेना- ऊनी, कटक, दल, चमू, अनीक, अनीकिनी। |
साधु- सज्जन, भद्र, सभ्य, शिष्ट, कुलीन। |
सलिल- अम्बु, जल नीर, तोय, सलिल, पानी, वारि। |
सगर्भ- बंधु, भाई, सजात, सहोदर, भ्राता, सोदर। |
सगर्भा- भगिनी, सजाता, सहोदर, बहिन, सोदरा। |
संकट- आपत्ति, विपत्ति, आफत, मुसीबत, विपदा, दुर्भाग्य, अभाग्य। |
संकल्प- विचार, इरादा, चेष्टाहीन, इच्छाशक्ति, कामनाशक्ति, दृढ़-निश्चय, प्रतिज्ञा, व्रत। |
संकेत- चिन्ह, निशान, लक्षण, प्रतीक। |
संकोच- असमंजस, हिचक, लाज, लज्जा, शर्म। |
संक्षिप्त- थोड़ा, अल्प, कम। |
संक्षेप-समाहार, सारांश, संक्षिप्त रूप। |
संगति- मेल, संग, मिलाप, साथ, सम्बन्ध, मैत्री, दोस्ती। |
संगम- मेल, मिलाप, संयोग, संग, साथ, सम्बन्ध, संगति। |
संग्रह- एकत्रीकरण, संचय, जवाब, ढेर, समूह, राशि। |
संघ- वर्ग, समुदाय, समूह, दल, टोली, भीड़। |
संघात- 1. आघात, चोट, मार, टक्कर 2. वध, हत्या, कत्ल। |
संचालन- निर्देश, निर्देशन, मार्गप्रदर्शन, प्रेषण। |
संजीदा- 1. गंभीर, शांत 2. बुद्धिमान, समझदार, प्रतिभाशाली, अक्लमंद। |
संतप्त- दग्ध, पीड़ित, दुखित, व्यथित। |
संतान-संतति, वंशज, वंश, औलाद, बाल-बच्चे। |
संतुलन- साम्य, साम्यवस्था, समभार, समरसता। |
संतोष- संतुष्टि, तसल्ली, धीरज, धैर्य, ढाढ़स, संशयपूर्ण, सांत्वना। |
संदिग्ध- संदेहजनक, संदेहास्पद, भ्रमयुक्त। |
संधि- 1. मेल, संयोग, समाधान, समझौता 2. गांठ, जोड़, मिलान। |
संन्यासी- त्यागी, गोस्वामी, योगी, तपस्वी, एकांतवासी, साधनाशील, संत, साधू, मुनि। |
संपूर्ण- पूरा, सारा, समूचा, समस्त, सब, कुल, तमाम, सर्व। |
सम्बन्ध- सम्पर्क, वास्ता, नाता, रिश्ता, लगाव, सरोकार। |
संबोधन- बुलाना, पुकारना, आह्वान करना। |
संभावी- संभावित, संभव, मुमकिन, कल्पनीय, अनुमानित। |
संभ्रम- घबराहट, व्याकुलता, बेचैनी, विकलता। |
संभ्रांत- सम्मानित, प्रतिष्ठित, भद्र पुरुष। |
संयत- नियंत्रित, नियमित, मर्यादित, अनुशासित, शांत, गम्भीर। |
संविधान- नियम, कानून, राज्य नियम, कायदा। |
संसर्ग- सम्पर्क, लगाव, सम्बन्ध, घनिष्टता, मेल-जोल, मेल-मिलाप। |
संसारी- पार्थिव, लौकिक, ऐहिक, इहलौकिक, सांसरिक, दुनियावी। |
संसिद्धि- सफलता, कामयाबी, सिद्धि, मनोरथसिद्धि। |
संस्थापक- संचालक, जनक, मूलकर्ता, आरंभकर्ता, प्रतिष्ठापक। |
संहार- ध्वस्त, नाश, विध्वंस, बरबादी। |
सखा- साथी, मित्र, दोस्त, संगी। |
सखी- सहेली, सहचरी, संगिनी, अली, आली। |
सच- यथार्थ, वास्तविक, सत्य, मिथ्यारहित, सच्चा। |
सचमुच- 1. ठीक-ठीक, वास्तव में, वस्तुतः 2. निश्चित रूप से, अवश्य, जरूर, निश्चय ही। |
सचाई- सत्यता, वास्तविकता, यथार्थता। |
सचेत- 1. समझदार, चतुर, होशियार 2. सजग, सावधान। |
सच्चाई- 1. सत्यवादी, सत्यवान, सत्यव्रती, सत्यनिष्ठ, निश्छल, ईमानदार 2. प्रमाणयुक्त, प्रामणिक, वास्तविक, असली। |
सज-धज- बनाव-सिंगार, सजावट, शान, दिखावट, आत्मप्रदर्शन, आडम्बर। |
सजा- दंड, दंडादेश, दंडाज्ञा। |
सज्जन- भला, आदमी, शरीफ, व्यक्ति, महानुभाव, सम्मानित व्यक्ति। |
सज्जा- सजावट, सजधज, अलंकरण, बनाव-सिंगार। |
सठियाना- बुद्धिलोप होना, मंदबुद्धि होना, मूर्ख होना, मतिभ्रष्ट हो जाना। |
सतत- सदा, हमेशा, निरन्तर, लगातार। |
सतीत्व- पातिव्रत्य, जितेन्द्रियता, शुचिता, सतीधर्मिता, साध्विता, पतिव्रता। |
सत्कार- खातिरदारी, आतिथ्य, मेहमाननवाजी, मेहमानदारी, स्वागत, सम्मान, आदर। |
सदन- घर, गृह, मकान, निवास-स्थान, आवास। |
सदा- सर्वदा, निरन्तर, सदैव, नित्य, हमेशा, लगातार, हरदम, हरसमय। |
सदृश- समान, अनुरूप, तुल्य, बराबर, सम। |
सनातन- नित्य, हमेशा, निरन्तर, शाश्वत। |
सन्नद्ध- तैयार, उद्यत, प्रस्तुर, तत्पर। |
सफल- सार्थक, कारगर, कामयाब, फलीभूत, फलवान। |
सभापति- अध्य्क्ष, प्रधान, संचालक, प्रबंधक, चेयरमैन। |
सभ्यता- शिष्टता, शिष्टाचार, शीलवत्ता, भद्रता। |
समता- साम्य, बराबरी, जोड़तोड़, तुल्यता, अनुरूपता। |
समय- 1. बेला, काल, घड़ी, वक्त 2. अवसर, मौका, अवकाश, फुरसत। |
समस्त- कुल, सब, सारा, समूचा, सम्पूर्ण। |
समान- तुल्य, सम, बराबर, एक-सा, एक-जैसा, एक भाँति। |
समाप्ति- संपूर्णता, पूर्णता, समापन, अवसान। |
समीक्षा- आलोचना, समालोचना, निरूपण। |
सम्मुख- सामने, आगे, प्रत्यक्ष। |
सम्राट- महाराजधिराज, बादशाह, शंहशाह, महाराजा, सुलतान, अधिपति। |
सरकारी- आधिकारिक, शासनिक, राजकीय, शासकीय, सार्वजनिक। |
सरदार- नेता, नायक, अगुआ, मुखिया। |
सरल- सीधा, सादा, कोमल, निश्छल, सच्चा, ईमानदार, उदार। |
सर्वज्ञ- सर्वज्ञानी, संपूर्णज्ञाता, समूचा, जानकार। |
सलाह- सम्मति, राय, परामर्श, विचार-विनिमय। |
सलूक- 1. व्यवहार, बरताव, सद्भाव 2. तौर, तरीका, ढंग, सलीका। |
सह- सहित, संग, साथ। |
सहनशील- क्षमाशील, क्षमावान, धैर्यवान, धीरज। |
सहसा- एकाएक, अकस्मात्, झटपट, अचानक। |
सहानुभूति- 1. संवेदना, सहभावना, हमदर्दी 2. अनुकंपा, दया, करुणा। |
सही- सत्य, यथार्थ, वास्तविक, सच, ठीक, शुद्ध। |
सांत्वना- आश्वासन, ढाढ़स, दिलासा, तसल्ली, धीरज। |
साँवला- श्याम, नील, श्यामल, काला, कृष्णवर्ण। |
साँस- श्वास, श्वसन, निश्वास, दम। |
सांसारिक- लौकिक, लोकपरक, ऐहिक, संसारी, दुनियावी। |
साग-पात- शाक, भाजी, तरकारी। |
साजिश- षड्यंत्र, कुचक्र, कूटप्रबंध, छल, दाँवघात। |
सामग्री- सामान, द्रव्य, चीज, वस्तु। |
सामर्थ्य- योग्यता, शक्ति, ताकत, बल। |
सामान- 1. माल, साज-सामान, सामग्री 2. उपकरण, औजार। |
सायंकाल-रजनीमुख, सायं, दिनांत, संध्या, गोधूति, प्रदोषकाल। |
साया- छाया, छाँह, परछाई। |
सारणी- तालिका, सूची, सूची-पत्र, अनु-क्रमणिका। |
सारांश- निष्कर्ष, आशय, तात्पर्य, अभिप्राय, भावार्थ, भाव, मतलब। |
साह- 1. व्यापारी, वणिक, महाजन, धनी 2. साहूकार, बनिया, सेठ, रोजगारी। |
साहस- हिम्मत, हौसला, जीवट, निर्भयता, बहादुरी। |
सिंहासन- राजासन, गद्दी, राजगद्दी, तख्त। |
सिकता- बालू, रेत, बालुका। |
सिखाना- शिक्षित करना, शिक्षा देना, योग्य बनाना, ट्रेनिंग देना, अनुशासित करना। |
सितारा- 1. नक्षत्र, तारा 2. भाग्य, किस्मत। |
सिद्ध- निर्विवाद, निश्चित, प्रमाणित, सर्वमान्य, पुष्ट, साबित। |
सिफारिश करना-अनुशंसा करना, अनुरोध करना, संस्तुति करना। |
सीमित- मर्यादित, निर्धारित, निश्चित, परिसीमित। |
सुन्दरता- सौंदर्य, शोभा, छवि, लालित्य, रमणीयता, कांति, हुस्न, खूबसूरती। |
सुन्दरी- प्रियदर्शनी, चंद्रमुखी, मृगनयनी, मीनाक्षी, सुलोचना, गोरी, अलबेली, हसीना। |
सुकुमार-कोमल, नाजुक, नरम, मुलायम। |
सुगंध- महक, सौरभ, सुरभि, खुशबू। |
सुगम- सहज, सरल, आसान, सुबोध, सुलभ। |
सुबह- सवेरा, भोर, अरुणोदय, प्रभात, प्रातःकाल, भिनसार, विहान। |
सुरमा- काजल, अंजन, आँजन। |
सुरीला- मधुर, संगीतपूर्ण, मीठा, रसीला। |
सुविधाजनक- सुखप्रद, आरामदेह, सुखदायक, सुखकारक, सुविधायुक्त। |
सुस्त- आलसी, अकर्मठ, मंद, शिथिल, म्लान, निद्रालु। |
सुस्ताना- विराम लेना, आराम करना, दम लेना, रुकना, ठहरना। |
सुस्पष्ट- प्रकट, व्यक्त, साफ, सुबोध। |
सूखा- निर्जल, जलहीन, जलरहित, रूखा, शुष्क। |
सोच- 1. चिंता, फिक्र, दुविधा, संकल्प-विकल्प 2. दुःख, खेद, पछतावा, पश्चाताप। |
सौंपना- समर्पण करना, अर्पण करना, समर्पित करना, प्रदान करना। |
स्तन- पयोधर, छाती, चूचुक, चूची, स्तन्याशय, उरोज। |
स्वार्थी-स्वार्थपरायण, मतलबी, खुदगरज। |
स्वावलंबन- आत्मनिर्भरता, आत्माश्रय, स्वाश्रय, अपने पैरों पर खड़ा होना। |
स्वीकार- स्वीकरण, मंजूर करना, मान्य होना, मानना, कबूल करना। |
पर्यायवाच शब्दों – (ह)
हस्त- हाथ, कर, पाणि, बाहु, भुजा। |
हिमालय- हिमगिरी, हिमाचल, गिरिराज, पर्वतराज, नगपति, हिमपति, नगराज, हिमाद्रि, नगेश। |
हिरण- सुरभी, कुरग, मृग, सारंग, हिरन। |
होंठ- अक्षर, ओष्ठ, ओंठ। |
हनुमान- पवनसुत, पवनकुमार, महावीर, रामदूत, मारुततनय, अंजनीपुत्र, आंजनेय, कपीश्वर, केशरीनंदन, बजरंगबली, मारुति। |
हिमांशु- हिमकर, निशाकर, क्षपानाथ, चन्द्रमा, चन्द्र, निशिपति। |
हंस- कलकंठ, मराल, सिपपक्ष, मानसौक। |
हृदय- छाती, वक्ष, वक्षस्थल, हिय, उर। |
हाथ- हस्त, कर, पाणि। |
हाथी- नाग, हस्ती, राज, कुंजर, कूम्भा, मतंग, वारण, गज, द्विप, करी, मदकल। |
हंगामा- कोलाहल, अशांति, शोरगुल, हल्ला, शोर 2. उत्पात, उपद्रव, हुड़दंग। |
हँसमुख- आनंदित, उल्लसित, मगन, प्रसन्नचित्त, खुशमिजाज। |
हँसी- मुस्कान, मुस्कारहट, ठहाका, खिलखिलाहट, मजाक, दिल्लगी, खिल्ली। |
हटना- अलग होना, विमुख होना, पृथक होना, विचलित होना। |
हठ- अड़, जिद, जबरदस्ती, प्रतिज्ञा, संकल्प, दृढ़निश्चय। |
हताश- निरोशोन्मत्त, निराश, आशाहीन। |
हत्या- वध, हिंसा, कत्ल, खून। |
हत्यारा- हिंसक, खूनी, जीवघाती, कातिल, घातक। |
हथियाना- हड़पना, हरण करना, दबा लेना, छीन लेना कब्जा करना, वश में करना। |
हमदर्द- सहानुभूतिशील, दर्दमंद, हितचिंतक। |
हमेशा- निरन्तर, सदा, सर्वदा, बराबर, लगातार। |
हरिण- मृग, सारंग, ऋश्य, हिरण। |
हर्ष- सुख, आनंद, प्रसन्नता, उल्लास, मोद-प्रमोद। |
हर्षित- प्रफुल्ल, प्रसन्न, उल्लासमय, प्रसन्नचित्त। |
हलचल- आंदोलन, उपद्रव, सनसनी, हंगामा, खलबली, उथल-पुथल। |
हवा- 1. पवन, वायु, समीर, अनिल 2. चलन, फैशन 3. अफवाह। |
हवाई अड्डा- विमान, पत्तन, विपत्तन, हवाई पत्तन। |
हवाई जहाज- वायुयान, विमान, नभयान, पुष्पक विमान। |
हाकिम- अधिकारी, शासक, शासनकर्त्ता। |
हानि- 1. घाटा, नुकसान, क्षति 2. नाश, संहार, क्षय। |
हासिल- प्राप्त, लब्ध, उपलब्ध। |
हिचकना- संकोच करना, झिझकना, ठिठकना, हिचकिचाना। |
हिजड़ा- नपुंसक, नामर्द। |
हित- 1. कल्याण, मंगल, भलाई, उपकार 2. लाभ, फायदा। |
हितैषी- उपकारक, शुभचिंतक, शुभाकांक्षी, मंगलाकांक्षी, हितचिन्तक। |
हिसाब- अभिकलन, संगणना, गणना, गिनती, हिसाब-किताब। |
हिस्सा- भाग, अंश, खंड, टुकड़ा। |
हिस्सेदार- भागीदार, साझीदार, पट्टीदार। |
हीन- रहित खाली, रिक्त, शून्य। |
हेतु- 1. अभिप्राय, उद्देश्य, आशय, मतलब 2. कारण, वजह। |
ह्रास- 1. क्षय, नाश, विध्वंश 2. गिरावट, उतार, घटाव। |