फल हमारी सेहत के लिए बहुत ही लाभदायक होता हैं. फलों को हमें अपनी भोजन में शामिल करना चाहिए. क्योकिं फलों में बहुत सारे विटामिन और पोषक तत्व पाया जाता हैं. इनमे कैलशियम, मैग्निशियम, फास्फोरस, विटामिन ए, विटामिन बी, विटामिन सी, विटामिन ए सिक्स और बहुत सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं।
आज हम आपको यहां सभी फ्रूट्स के हिंदी और इंग्लिश में नाम बतायंगे क्योंकि बहुत से लोगों को फलों के नाम का इंग्लिश में पता है तो उन्हें हिंदी में इनका नाम नहीं मालूम। अगर हिंदी में पता है तो इंग्लिश में नहीं जानते कि इस फ्रूट को इंग्लिश में क्या कहते हैं।
तो चलिये एक एक करके सभी Fruits Name in Hindi में जान लेते है साथ में सभी फलो का क्या महत्व है वो भी जान लेते है
100 Fruits Name in Hindi – 100 फलों के नाम हिंदी और इंग्लिश में
जामुन देखने में काले और छोटे होते हैं तो क्या हुआ, आयुर्वेद के अनुसार, जामुन (Jamun fruit) के बहुत सारे औषधीय गुण होते हैं। इन औषधीय गुणों के कारण जामुन के फायदे अनेक हैं। गर्मी के मौसम में आम के आने के समय जामुन (black berry) भी आ जाता है।
ख़ुबानी एक गुठलीदार फल है। वनस्पति-विज्ञान के नज़रिए से ख़ुबानी, आलू बुख़ारा और आड़ू तीनों एक ही “प्रूनस” नाम के वनस्पति परिवार के फल हैं। उत्तर भारत और पाकिस्तान में यह बहुत ही महत्वपूर्ण फल समझा जाता है और कुछ विशेषज्ञों के अनुसार यह भारत में पिछले ५,००० साल से उगाया जा रहा है। ख़ुबानियों में कई प्रकार के विटामिन और फाइबर होते हैं।
सेब एक फल है। सेब का रंग लाल या हरा होता है। वैज्ञानिक भाषा में इसे मेलस डोमेस्टिका (Melus domestica) कहते हैं। इसका मुख्यतः स्थान मध्य एशिया है। इसके अलावा बाद में यह यूरोप में भी उगाया जाने लगा। यह हजारों वर्षों से एशिया और यूरोप में उगाया जाता रहा है। इसे एशिया और यूरोप से उत्तरी अमेरिका बेचा जाता है। इसका ग्रीक और यूरोप में धार्मिक महत्व है।
सभी फ्रूट से ज्यादा प्रोटीन मक्खन फल में पाया जाता है जो त्वचा में नमी बनाए रखता है। मक्खन फल को सलाद के रूप में या फल की तरह रोज खाया जा सकता है। यह बॉडी में हार्मोन को बैलेंस रखता है और इसके खाने से कई फायदे होते हैं…
गर्म जलवायु में पाये जाने फलों में फालसा भी शामिल है जो बहुत ही पौष्टिक माना जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम ग्रुविया एशियाटिका (Grewia asiatica) है जो टिलियासी (tiliaceae) परिवार से संबंधित है।
केले के फल लटकते गुच्छों में ही बड़े होते है, जिनमें 20 फलों तक की एक पंक्ति होती है (जिसे हाथ भी कहा जाता है) और एक गुच्छे में 3-20 केलों की पंक्ति होती है। केलों के लटकते हुए सम्पूर्ण समूह को गुच्छा कहा जाता है, या व्यावसायिक रूप से इसे “बनाना स्टेम” कहा जाता है और इसका वजन 30-50 किलो होता है।
अनार एक फल हैं, यह लाल रंग का होता है। इसमें सैकड़ों लाल रंग के छोटे पर रसीले दाने होते हैं। अनार दुनिया के गर्म प्रदेशों में पाया जाता है। स्वास्थ्य की दृष्टि से यह एक महत्त्वपूर्ण फल है।
आम एक प्रकार का रसीला फल होता है। इसे भारत में फलों का राजा भी बोलते हैं। इसकी मूल प्रजाति को भारतीय आम कहते हैं, जिसका वैज्ञानिक नाम मेंगीफेरा इंडिका है। आमों की प्रजाति को मेंगीफेरा कहा जाता है।
नीबू छोटा पेड़ अथवा सघन झाड़ीदार पौधा है। इसकी शाखाएँ काँटेदार, पत्तियाँ छोटी, डंठल पतला तथा पत्तीदार होता है। फूल की कली छोटी और मामूली रंगीन या बिल्कुल सफेद होती है। प्रारूपिक (टिपिकल) नीबू गोल या अंडाकार होता है।
संतरा एक फल है। संतरे को हाथ से छीलने के बाद पेशीयोँ को अलग कर के चूसकर खाया जा सकता है। सँतरे का रस निकालकर पीया जा सकता है। संतरा ठंडा, तन और मन को प्रसन्नता देने वाला है।
मौसंबी एक फल है। यह नींबू जाति का ही फल है परन्तु नींबू से अनेक गुना लाभदायक है। मौसमी का फल नांरगी के बराबर आकार का होता है। मुम्बई और गुजरात में इसे मुसम्मी या मौसमी कहते हैं। उत्तर प्रदेश मे इसे ‘मीठा नींबू’ कहते हैं। मौसमी का रस साबुन, शराब तथा अन्य पेयों में डाला जाता है।
अनन्नास के औषधीय गुण भी बहुत होते हैं। ये शरीर के भीतरी विषों को बाहर निकलता है। इसमें क्लोरीन की भरपूर मात्रा होती है। साथ ही पित्त विकारों में विशेष रूप से और पीलिया यानि पांडु रोगों में लाभकारी है। ये गले एवं मूत्र के रोगों में लाभदायक है।
अंगूर एक फल है। अंगूर एक बलवर्द्धक एवं सौन्दर्यवर्धक फल है। अंगूर फल माँ के दूध के समान पोषक है। फलों में अंगूर सर्वोत्तम माना जाता है। यह निर्बल-सबल, स्वस्थ-अस्वस्थ आदि सभी के लिए समान उपयोगी होता है। ये अंगूर की बेलों पर बड़े-बड़े गुच्छों में उगता है। अंगूर सीधे खाया भी जा सकता है,
तरबूज़ ग्रीष्म ऋतु का फल है। यह बाहर से हरे रंग के होते हैं, परन्तु अंदर से लाल और पानी से भरपूर व मीठे होते हैं। इनकी फ़सल आमतौर पर गर्मी में तैयार होती है। पारमरिक रूप से इन्हें गर्मी में खाना अच्छा माना जाता है क्योंकि यह शरीर में पानी की कमी को पूरा करते हैं। तरबूज में लगभग 97% पानी होता है यह शरीर में ग्लूकोज की मात्रा को पूरा करता है
पपीता एक फल है।… पपीता का वैज्ञानिक नाम कॅरिका पपया ( carica papaya ) है। इसकी फेमिली केरीकेसी ( Caricaceae ) है। इसका औषधीय उपयोग होता है। पपीता स्वादिष्ट तो होता ही है इसके अलावा स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है।
अमरूद मीठा और स्वादिष्ट फल होने के साथ-साथ कई औषधीय गुणों से भरा हुआ है। सर्दियों में अमरूद खाने के फायदे ही फायदे हैं। दंत रोगों के लिए अमरूद रामबाण साबित होता है। अमरूद के पत्तों को चबाने से दांतों के कीड़ा और दांतों से सम्बंधित रोग भी दूर हो जाते हैं। इसके अलावा भी ये कई औषधीय गुणो के लिए जाना जाता है
ब्लूबेरी एक ग्रीष्मकालीन फसल है, जो एरिकेसी (Ericaceae) नामक पौधे के परिवार से संबंध रखता है। ब्लूबेरी के मुख्य रूप से दो परिवार हैं, जिनमें में तीन अलग-अलग प्रकार के ब्लूबेरी शामिल हैं
जामुन का फल 70 प्रतिशत खाने योग्य होता है। इसमें ग्लूकोज और फ्रक्टोज दो मुख्य स्रोत होते हैं। फल में खनिजों की संख्या अधिक होती है। अन्य फलों की तुलना में यह कम कैलोरी प्रदान करता है। एक मध्यम आकार का जामुन 3-4 कैलोरी देता है। इस फल के बीज में काबोहाइट्ररेट, प्रोटीन और कैल्शियम की अधिकता होती है।
लीची एक फल के रूप में जाना जाता है, जिसे वैज्ञानिक नाम (Litchi chinensis) से बुलाते हैं, जीनस लीची का एकमात्र सदस्य है। इसका परिवार है सोपबैरी। यह ऊष्णकटिबन्धीय फल है, जिसका मूल निवास चीन है।
आड़ू या सतालू का उत्पत्ति स्थान चीन है। कुछ वैज्ञानिकों का मत है कि यह ईरान में उत्पन्न हुआ। यह पर्णपाती वृक्ष है।भारत के पर्वतीय तथा उपपर्वतीय भागों में इसकी सफल खेती होती है। ताजे फल खाए जाते हैं तथा फल से फलपाक (जैम), जेली और चटनी बनती है। फल में चीनी की मात्रा पर्याप्त होती है।
नाशपाती में बहुत से विटामिन्स और खनिज होते हैं इसलिए इसको खाने से हमारे शरीर को विटामिन्स और आहारीय खनिजों की पूर्ति हो जाती है। नाशपाती में आहारीय रेशे की अच्छी मात्रा होती है, जोकि पाचन तन्त्र को मजबूत बनाता है।
कांटेदार नाशपाती (ओपंटिया एसपीपी) का जीनस 200 से अधिक पौधों की प्रजातियों से बना है, जिनमें से अधिकांश दक्षिण-पश्चिमी संयुक्त राज्य अमेरिका, मध्य अमेरिका और दक्षिण अमेरिका के रेगिस्तान से आते हैं। वे कठोर और प्रतिरोधी पौधे हैं जिन्हें गर्म मौसम वाले बगीचों में उगाया जा सकता है और उन्हें कम देखभाल या रखरखाव की आवश्यकता होती है।
बेर एक ऐसा फलदार पेड़़ है जो कि एक बार पूरक सिंचाई से स्थापित होने के पश्चात वर्षा के पानी पर निर्भर रहकर भी फलोत्पादन कर सकता है। यह एक बहुवर्षीय व बहुउपयोगी फलदार पेड़ है जिसमें फलों के अतिरिक्त पेड़ के अन्य भागों का भी आर्थिक महत्व है।
स्ट्रॉबेरीफ़्रागार्या जाति का एक पेड़ होता है, जिसके फल के लिये इसकी विश्वव्यापी खेती की जाती है। इसके फल को भी इसी नाम से जाना जाता है। स्ट्रॉबेरी की विशेष गन्ध इसकी पहचान बन गयी है। ये चटक लाल रंग की होती है। इसे ताजा भी, फल के रूप में खाया जाता है, साथ ही इसे संरक्षित कर जैम, रस, पाइ, आइसक्रीम, मिल्क-शेक आदि के रूप में भी इसका सेवन किया जाता है।
चकोतरा निम्बू-वंश का एक फल है, जो उस वंश की सबसे बड़ी जातियों में से एक है। हालांकि निम्बू-वंश के बहुत से फल दो या उस से अधिक जातियों के संकर (हाइब्रिड) होते हैं, चकोतरा एक शुद्ध प्राकृतिक जाति है। इसके कच्चे फल का रंग हरा, और पके हुए का हल्का हरा या फिर पीला होता है।
चेरी – को विशेष रूप से सीधे तौर पर भी खाया जाता है , किंतु इसको ब्रेड में तथा फल के शरबत / शेक में मिलाकर खाने से और अधिक स्वाद की अनुभूति होती है। यह फल बाजार में प्रत्येक मौसम में उपलब्ध रहता है।
काजू मूल रूप से ब्राजीलियन नट है। 1550 के आसपास ब्राजील में राज कर रहे पुर्तगाली शासकों ने इसकी एक्सपोर्टिंग शुरू की। 1563 से 1570 के बीच पुर्तगाली ही इसे सबसे पहले गोवा लाए और वहां इसका प्रोडक्शन शुरू करवाया। वहां से यह पूरे साउथ ईस्ट एशिया में फैल गया।
पैशन फ्रूट (Passion Fruit) को भारत में कृष्णा फल के नाम से भी जाना जाता है। यह फल दुनिया भर में व्यापक रूप से खाया जाता है। इसकी 500 से अधिक किस्में होती है। ये आम तौर पर पीले या काले बैंगनी रंग का होता है और अंगूर की तरह दिखता है।
शरीफ़ा या सीताफल (कस्टर्ड ऐपल) एक प्रकार का स्वादिष्ट फल है। इसका वानस्पतिक नाम अन्नोना स्क्वामोसा है। छत्तीसगढ़ राज्य में इसे *छीता फर* के नाम से जाना जाता है। यह पेड़ बहुत पहले अन्य देशों से लाया गया था बाद में इसकी खेती अब पूरे भारत में की जाती है और दक्षिण भारत में अपने आप भी उग आता है
अंजीर एक सूखा फल है। यह दो प्रकार का होता है, जो ये हैं। एक- जिसकी खेती की जाती है। इस अंजीर के पत्ते व फल बड़े-बड़े होते हैं। दूसरा- जंगली अंजीर। इसके फल और पत्ते खेती वाले अंजीर से छोटे होते हैं।
कटहल या फनस का वृक्ष शाखायुक्त, सपुष्पक तथा बहुवर्षीय वृक्ष है। यह दक्षिण एशिया तथा दक्षिण-पूर्व एशिया का देशज वृक्ष है। पेड़ पर होने वाले फलों में इसका फल विश्व में सबसे बड़ा होता है। फल के बाहरी सतह पर छोटे-छोटे काँटे पाए जाते हैं। इस प्रकार के संग्रन्थित फल को सोरोसिस कहते हैं।
इस फल का सेवन करने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहता है। और दिल की बीमारियां होने का खतरा कम हो जाता है। इस फल को खाने से आंखों से संबंधित परेशानियां भी दूर होती हैं। और आंखों की रोशनी तेज होती है।
बेल कई रोगों की रोकथाम कर सकता है तो कई रोगों को ठीक करने के लिए भी प्रयोग में लाया जाता है। आप कफ-वात विकार, बदहजमी, दस्त, मूत्र रोग, पेचिश, डायबिटीज, ल्यूकोरिया में बेल के फायदे ले सकते हैं। इसके अलावा पेट दर्द, ह्रदय विकार, पीलिया, बुखरा, आंखों के रोग आदि में भी बेल के सेवन से लाभ मिलता है।
तेंदू याअकमोल या स्वर्णाम्र एक पीले, नारंगी या लाल रंग का मीठा फल होता है। इसका अकार ०.५ से ४ इंच तक का गोला होता है। भारत में यह मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में, ख़ासकर विन्ध्याचल की पहाड़ियों में, पैदा किया जाता है।
अलूचा या आलू बुखारा एक पर्णपाती वृक्ष है। इसके फल को भी अलूचा या प्लम कहते हैं। फल, लीची के बराबर या कुछ बड़ा होता है और छिलका नरम तथा साधरणत: गाढ़े बैंगनी रंग का होता है। गूदा पीला और खटमिट्ठे स्वाद का होता है।
कमरख एक फल है। यह स्वाद में खट्टा होता है और इसकी चटनी, अचार आदि बनाया जाता है। यह भारत, बंगलादेश, श्रीलंका, मलेशिया, इंडोनेशिया और फिलीपींस में पैदा होते हैं। इसके अलावा यह पेरू, कोलम्बिया, त्रिनिदाद, इक्वेडोर, गुयाना, ब्राजील और संयुक्त राज्य अमेरिका में भी पैदा होता है।
गन्ना विश्व की एक प्रमुख नकदी फसल है, जिससे चीनी, गुड़,आदि का निर्माण होता हैं। गन्ने का उत्पादन सबसे ज्यादा ब्राज़ील में होता है और भारत का गन्ने की उत्पादकता में संपूर्ण विश्व में दूसरा स्थान हैI
कीवी देखने में हल्का भूरा, रोएदार व आयताकार, रूप में चीकू फल की तरह का फल होता है। इसमें विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। किवी एक विशेष प्रकार का स्वादिष्ट फल होता है।
लोकाट स्वास्थ्य लाभों से भरपूर होता है। इसमें डायबिटीज को रोकने, कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने, कैंसर के जोखिम को कम करने और हड्डी खनिज घनत्व की रक्षा करने के गुण होते हैं।
खिरनी के पेड़ पर सितम्बर से दिसम्बर के महीनों में फूल उगते हैं और अप्रैल से जून के महीनें में फल लगते हैं। बारीश आने पर इसका मौसम पूरा होता है। बरसात की छीटे पड़ते ही इसके फल में कीड़े पड़ जाते हैं। खिरनी का पेड़ काफी सालों तक टिका रहता है खिरनी के पेड़ कई हजारों साल पुराने तक देखे गये हैं।
खजूर (फीनिक्स डेक्टाइलेफेरा) एक ताड़ प्रजाति का वृक्ष है, जिसकी कृषि बड़े पैमाने पर इसके खाद्य फल के लिए की जाती है। चूँकि इसकी खेती बहुत पहले से हो रही है इसलिए इसका सटीक मूल स्थान तलाशना लगभग असंभव है
ज़ैतून के नए पौधे कलम द्वारा प्राप्त किए जाते हैं। प्रौढ़ डालियों के 6 इंच के टुकड़े काट कर अक्टूबर या रवरी में कर्तन (Cutting) लगाते हैं। जब जड़ें निकल आती हैं
केप गुसबेरी एक छोटा सा पौधा है। इसके फलों के ऊपर एक पतला सा आवरण होता है। कहीं-कहीं इसे ‘मकोय’ भी कहा जाता है। छत्तीसगढ़ में इसे ‘चिरपोटी’व पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पटपोटनी भी कहते हैं। इसके फलों को खाया जाता है। रसभरी औषधीय गुणो से परिपूर्ण है।
बैंगनी मेन्गोस्टीन को बोलचाल के ढंग से मेन्गोस्टीन बुलाया जाता जो एक उष्णकटिबंधीय सदाबहार वृक्ष है। यह फल मुख्य रूप से दक्षिण पूर्व एशिया मे बढ़ता है और भारत मे केरला के राज्य मे उपजाता है।
नारियल एक बहुवर्षी एवं एकबीजपत्री पौधा है। इसका तना लम्बा तथा शाखा रहित होता है। मुख्य तने के ऊपरी सिरे पर लम्बी पत्तियों का मुकुट होता है। ये वृक्ष समुद्र के किनारे या नमकीन जगह पर पाये जाते हैं। इसके फल हिन्दु | हिन्दुओं के धार्मिक अनुष्ठानों में प्रयुक्त होता है।
जंगल जलेबी या गंगा जलेबी या किकर (राजस्थान) एक सपुष्पी पादप है। यह मटर के प्रजाति का है। इसका फल सफ़ेद और पूर्णतः पक जाने पर लाल हो जाता है खाने में मीठा होता है। यह फल मूलतः मेक्सिको का है और दक्षिण पूर्व एशिया में बहुतायत से पाया जाता है
बड़हल या बड़हर एक फलदार वृक्ष है। इसका वृक्ष १०-१५ मीटर ऊँचा होता है। इसकी पत्तियाँ २५-३० सेमी लम्बी एवं १५-२० सेमी चौड़ी होती हैं। इसके फल गोल आकार के या बेडौल होते हैं।
किन्नू निम्बू-वंश का एक गोलाकार फल है। इसमें विटामिन सी एवं शर्करा प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। यह अत्यंत स्वादिष्ट एवं स्वास्थ्य वर्धक फल है। यह संतरे जैसे दिखता है किन्तु आकार थोड़ा बड़ा होता है।
इमली,पादप कुल फैबेसी का एक वृक्ष है। इसके फल लाल से भूरे रंग के होते हैं, तथा स्वाद में बहुत खट्टे होते हैं। इमली का वृक्ष समय के साथ बहुत बड़ा हो सकता है और इसकी पत्तियाँ एक वृन्त के दोनों तरफ छोटी-छोटी लगी होती हैं। इसके वंश टैमेरिन्डस में सिर्फ एक प्रजाति होती है। बाहरी कड़ियाँ
मकोय (BLACK NIGHT OR NIGHT SHADE) को काकमाची और भटकोइंया भी कहते हैं। यह एक छोटा-सा पौधा है जो भारतवर्ष के छाया-युक्त स्थानों में हमेशा पाया जाता हैं। मकोय में पूरे वर्ष फूल और फल देखे जा सकते हैं।
ड्राइ फ्रूट्स के रूप में इस्तेमाल होने वाला पिस्ता न केवल एक बेहतर स्नैक है, बल्कि यह स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक है। एक ताजा अध्ययन के अनुसार इसका नियमित सेवन शरीर में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा को नियंत्रित कर ब्लड में शुगर के लेवल को घटाता है।
CleanStudy.com is the one of India’s Largest online exams portal that covers the Online Education, B Schools, Colleges, Universities, entrance exams, education loans, study abroad and we also provide the info about Admit Card, Answer Key, cut off marks, results, recruitment, Jobs etc